ईश्वर भक्ति के साथ कर्म को भी दें महत्व : राजीव नयन
फोटो संख्या : 11 भागवत कथा से भक्तिमय हुआ धमौनप्रतिनिधि, शाहपुर पटोरीभागवत कथा से मानव को धन, पुत्र, स्त्री, वाहन, यश, भूमि, भवन समेत वह तमाम सुख-सुविधाएं मिल सकती है, जिसके लिए मानव लंबी अवधि से प्रयत्नशील है. परंतु इसके लिए ईश्वर भक्ति के साथ-साथ लोगों को अपना कर्म भी करना होगा. उक्त बातें निरंजन […]
फोटो संख्या : 11 भागवत कथा से भक्तिमय हुआ धमौनप्रतिनिधि, शाहपुर पटोरीभागवत कथा से मानव को धन, पुत्र, स्त्री, वाहन, यश, भूमि, भवन समेत वह तमाम सुख-सुविधाएं मिल सकती है, जिसके लिए मानव लंबी अवधि से प्रयत्नशील है. परंतु इसके लिए ईश्वर भक्ति के साथ-साथ लोगों को अपना कर्म भी करना होगा. उक्त बातें निरंजन स्थान परिसर धमौन में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान कथा यज्ञ के दूसरे दिन वंृदावन से आये कथावाचक पंडित राजीव नयन शरण महाराज ने कही. उन्होंने कहा कि गीता में दिये गये श्री कृष्ण के उपदेश आज भी पूरे विश्व में प्रासंगिक है. अहंकार कंस और सद्कर्म कृष्ण के जीवन का प्रतीक है. महाभारत के दौरान भगवान श्रीकृष्ण ने अपने सारथी अर्जुन के समक्ष जो उपदेश दिये उनमें लोभ, व्याभिचार, अनैतिक कार्य, ईर्ष्या का कोई स्थान नहीं है. उन्होंने गुरूवार को बताया कि सच की सदा विजय होती है. अत: सच के पथ से विचलित न हांे चाहे मार्ग में कितनी भी बाधाएं क्यों न आये. इस कार्यक्रम में इंद्रदेव प्रसाद राय, ब्रजेश कुमार, डॉ रघुवंश मणि, जगबंधु प्रसाद राय, अभियन दास, रम्भू राय, अमरनाथ राय, बैजू राय, सुबोध कुमार, नरेश साह, कामेश्वर राय, अरुण राय, जयमंगल प्रसाद राय, रामप्रसाद राय, राकेश कुमार, रामईश्वर राय, रघुवीर दास, राजकपूर सिंह, अनंत सिंह, सुजीत भगत सहित काफी संख्या में ग्रामीण सक्रिय रहे. पं़ शरण जी के साथ आये कलाकारों ने कई कार्यक्रम प्रस्तुत किये.