यश की सुरीली आवाज के मोह में बंधा शहर

फोटो संख्या : 2 व 3थारे बिना लागे नहीं मारा जिया रे…दिलकश आवाज व मद्घम संगीत की धुन पर थिरकते रहे लोगबिहार दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजनप्रतिनिधि, समस्तीपुर आम पॉप सिंगर की तरह न ही आवाज में ज्यादा शोर, न ही कर्कश म्यूजिक़ दिलकश आवाज व मद्घम संगीत की धुन के साथ गायक यश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2015 6:03 PM

फोटो संख्या : 2 व 3थारे बिना लागे नहीं मारा जिया रे…दिलकश आवाज व मद्घम संगीत की धुन पर थिरकते रहे लोगबिहार दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजनप्रतिनिधि, समस्तीपुर आम पॉप सिंगर की तरह न ही आवाज में ज्यादा शोर, न ही कर्कश म्यूजिक़ दिलकश आवाज व मद्घम संगीत की धुन के साथ गायक यश मंच पर आये़ आगाज सूफियाना गीत से हुआ़ ‘तेरे इश्क ने नचाया कर के थैया-थैया’ गीत के साथ यश ने लोगों को हौले-हौले थिरकाया़ स्टार्टर गीतों के बाद यश सीधे दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों से मुखातिब हुए आप मुझसे इतने दूर हैं? क्या मुझे सुन रहे हैं ? तालियों की गरगराहटों के बीच तेज आवाज गूंजी़ यस-यस (हां)़ रंगीन रोशनी की चमचमाती पूंज से पटेल मैदान का मंच जगजमग होता है़ बैक ग्राउंड से कोरस बजता है़ ‘पिया रे-पिया रे’़ लोग समझ जाते हैं़ मशहूर राजस्थानी फोक म्यूजिक का तड़का लगने वाला है़ सेंटर स्टेज फिर रोशनी से फिर से नहाता है और यश गाते हैं ‘कि थारे बिना लागे नहीं मारा जिया रे’़ ऊर्जा से भरे संगीत प्रेमी अब कुरसी की दहलीज पर आने लगे़ दमादम मस्त कलंदर, तेरी गलियां़़़ गाने के बोल के साथ यश के चेहरे पर बिखरने वाला मोहक भाव उनकी गायकी को चार चांद लगा रहे थे़ सूफियाना व सांस्कृतिक संगीत के बाद डिस्को धुन का नशा अब लोगों के दिलों-दिमाग पर चढ़ने लगा़ मौका था बिहार दिवस उत्सव का़

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