रात के समय हमला करते हैं सैनिक कीट
गन्ना फसल को लेकर चिंतित हुए किसान जांच कर वैज्ञानिकों ने सुझाये बचाव के तरकीबहसनपुर, प्रतिनिधि . हसनपुर चीनी मील प्रक्षेत्र में गन्ना की फसल को कीट लगने से काफी परेशानी हो रही है. जिसकी सूचना किसानों द्वारा चीनी मिल को देते हुए फसल बचाव के सुझाव बताने का आग्रह किया गया. किसानों की समस्या […]
गन्ना फसल को लेकर चिंतित हुए किसान जांच कर वैज्ञानिकों ने सुझाये बचाव के तरकीबहसनपुर, प्रतिनिधि . हसनपुर चीनी मील प्रक्षेत्र में गन्ना की फसल को कीट लगने से काफी परेशानी हो रही है. जिसकी सूचना किसानों द्वारा चीनी मिल को देते हुए फसल बचाव के सुझाव बताने का आग्रह किया गया. किसानों की समस्या को देखते हुए गन्ना उपाध्यक्ष शंभु प्रसाद राय ने वैज्ञानिकांे की टीम के साथ प्रक्षेत्र के कई गांवों मंे फसल का निरीक्षण किया. इस क्रम में ही उन्होंने बताया कि जिस गन्ना की खेत के बगल मे गेहूं की फसल है, उस खेत के चारों ओर दो से तीन धारी के सैनिक कीट का प्रकोप है, जो शाम के समय खेत प्रवेश कर रात में गन्ना की गोवी को बरबाद कर देते हैं. इसके बढ़ते प्रकोप के कारण किसान गन्ना की फसल का मेहनत के बावजूद अच्छी नहीं होने से चितिंत हैं. इसके लिए वैज्ञानिकों की सलाह पर निराश नहीं होने की बात करते हुए भ्रमण के दौरान उपचार के तरीके बताये. उन्होंने बताया कि सूर्यास्त के पहले व सूर्यास्त के बाद फेनवेल डस्ट या फोलीडॉल या रीजॉल डस्ट से एक बार छिड़काव कर दें, ताकि उनका फसल सुरक्षित हो सके. क्योकि सैनिक कीट रात के समय ही फसल को अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस पाउडर का प्रयोग दस किलो प्रति एकड़ करें. उन्होंने बताया किसानों को पायरीला के प्रकोप से भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिससे किसान परेशान हैं. वैज्ञानिकांे ने किसानों को अभी इसके उपचार के लिए तत्काल किसी भी कीटनाशी का प्रयोग नहीं करने की सलाह दी. क्योंकि पायरीला को परजीवी के सहारे ही ही उसका नुकसान हो जायेगा.