मौसम पूर्वानुमान से कृषि का विकास संभव : डा. सीक्का

/रफोटो संख्या : 15पूसा. आरएयू के संचार केंद्र में एक दिनी मौसम पूर्वानुमान की कृषि में उपयोगिता विषय पर सेमिनार आयोजित हुई. उद्घाटन मुख्य अतिथि आइसीएआर के उपमहानिदेशक डा. एके सीक्का ने किया. उन्होंने कहा कि देश मौसम पूर्वानुमान के सुदृढीकरण से ही कृषि का विकास संभव हो सकेगा. लंबी अवधि के पूर्वानुमान कृषि के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2015 8:04 PM

/रफोटो संख्या : 15पूसा. आरएयू के संचार केंद्र में एक दिनी मौसम पूर्वानुमान की कृषि में उपयोगिता विषय पर सेमिनार आयोजित हुई. उद्घाटन मुख्य अतिथि आइसीएआर के उपमहानिदेशक डा. एके सीक्का ने किया. उन्होंने कहा कि देश मौसम पूर्वानुमान के सुदृढीकरण से ही कृषि का विकास संभव हो सकेगा. लंबी अवधि के पूर्वानुमान कृषि के लिए लाभकारी है. कृषि एवं मौसम पूर्वानुमान के बीच परस्पर संबंध है. ग्रामीण मौसम सेवा केंद्र देश स्तर पर 240 कृषि विज्ञान केंद्रों पर संचालित करने को लेकर चिह्नित किया गया है. आनेवाले समय में इसे गांव स्तर पर लाने के लिए कार्य चल रहा है. अध्यक्षता कुलपति डा. आरके मित्तल ने की.उन्होंने कहा कि हमारा मौसम विभाग 90 फीसदी तक सुचारु रूप से किसानों के हित के लिए आकलन देता है. किसान एवं वैज्ञानिक का कार्य पूर्वानुमान पर ही आधारित होता है. इससे पूर्व आगत अतिथियों का स्वागत बूके व शॉल देकर किया गया. स्वागत भाषण डीआर डा. मिथिलेश कुमार ने दिया. पूर्व कुलपति डा. गोपालजी त्रिवेदी ने कहा कि अभी पूर्वानुमान पर और शोध करने की आवश्यकता है. राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन टिकाउ विकास एवं जन नेतृत्व परिषद अहमदाबाद के कार्यकारी अध्यक्ष डा. कीरत सेलाट ने कहा कि देश के सभी मौसम विभाग को एक साथ जोड़ने की आवश्यकता है. मौके पर डा. केके सिंह, डा. एम महेश्वरी, डा. विशाल नाथ, डा. वीपी भट्ट, आरएआरआइ के अध्यक्ष डा. डीयूएम राव, वैज्ञानिक डा. आरके जाट आदि ने संबोधित किया. संचालन वैज्ञानिक डा. अनिल पांडेय ने किया. धन्यवाद ज्ञापन योजना निदेशक डा. आरसी राय ने किया. मौके पर सूचना पदाधिकारी डा. दिव्यांशु शेखर समेत सभी अधिष्ठाता व कर्मी मौजूद थे.

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