जनवितरण प्रणाली के 39 प्रतिशत कार्डधारी उपभोक्ताओं ने नहीं कराया ई-केवाइसी
जिले में जनवितरण प्रणाली के कार्डधारी उपभोक्ताओं में से 39.28 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने अबतक अपना ई-केवाइसी नहीं कराया है. खाद्य उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत तय मानक वाले लाभार्थी ही इसका लाभ ले सकते हैं.
समस्तीपुर : जिले में जनवितरण प्रणाली के कार्डधारी उपभोक्ताओं में से 39.28 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने अबतक अपना ई-केवाइसी नहीं कराया है. खाद्य उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत तय मानक वाले लाभार्थी ही इसका लाभ ले सकते हैं. गलत लाभार्थियों की पहचान के लिये ई-केवाइसी जरूरी है. जिले में जनवितरण प्रणाली के तहत राशनकार्ड धारी 3753430 उपभोक्ताओं में से 2278918 उपभोक्ताओं ने ही अपना ई-केवाइसी कराया है. 1474512 उपभोक्ताओं का ई-केवाइसी नहीं हुआ है. इस तरह 60.72 प्रतिशत उपभोत्ताओं का ई-केवाइसी हुआ है. खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सभी राशनकार्ड धारी उपभोक्ताओं को ई-केवाइसी कराना जरूरी है. राशन कार्ड के जरिये गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को आवश्यक खाद्य पदार्थ दिया जाता है. केवाईसी का मकसद वास्तविक लाभार्थियों की सही पहचान करना और धोखाधड़ी वाले दावों को खत्म करना है. यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि लाभ उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें वास्तव में उसकी ज़रूरत है, संसाधनों के वितरण को अनुकूलित करना और सिस्टम में लीकेज को कम करना. रकार द्वारा केवाईसी करवाने को जरूरी किया गया है क्योंकि योजना के तहत लाभ लेने के लिए लोगों द्वारा बहुत सी गड़बड़ी की जा रही है. पात्र लोगों तक राशन मुहैया कराना मुश्किल हो रहा है. परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु हो गई है तो भी उस सदस्य के लिए भी राशन लिया जा रहा है. इतना ही नहीं परिवार के जो सदस्य उस क्षेत्र में नहीं रहते हैं, उनका भी राशन लिया जा रहा है. इस परिस्थिति में वह व्यक्ति जहां पर रहते हैं, वहां पर भी राशन ले रहे हैं. इन सब समस्याओं को दूर करने के लिए और गड़बड़ी करने के लिये शत-प्रतिशत ई-केवाइसीजरूरी है. इसके लिये उपभोक्ताओं को आधार कार्ड, राशन कार्ड नंबर, आधार के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर भी देना है. इसके साथ आधार कार्ड का अपडेट होना भी जरूरी है.
किस प्रखंड में कितने उपभोक्ताओं ने नहीं कराया ई-केवाइसी
समस्तीपुर प्रखंड में 92560, सरायरंजन प्रखंड में 102765, कल्याणपुर प्रखंड में 119322, खानपुर प्रखंड में 66264, पूसा प्रखंड में 36694, मोरवा प्रखंड में 70454, वारिसनगर प्रखंड में 71573, ताजपुर प्रखंड में 51781, रोसड़ा प्रखंड में 61747, शिवाजीनगर प्रखंड में 76955, सिंघिया प्रखंड में 79220, विभूतिपुर प्रखंड में 100229, बिथान प्रखंड में 60248, हसनपुर प्रखंड में 84115, उजियारपुर प्रखंड में 95414, विद्यापतिनगर प्रखंड में 52028, दलसिंहसराय प्रखंड में 69712, पटोरी प्रखंड में 69363, मोहिउद्दीननगर प्रखंड में 66690 तथा मोहनपुर प्रखंड में 47108किस प्रखंड में कितने उपभोक्ता
समस्तीपुर प्रखंड में 252256, सरायरंजन प्रखंड में 240621, कल्याणपुर प्रखंड में 287020, खानपुर प्रखंड में 176491, पूसा प्रखंड में 106739, मोरवा प्रखंड में 170121, वारिसनगर प्रखंड में 186128, ताजपुर प्रखंड में 145113, रोसड़ा प्रखंड में 171670, शिवाजीनगर प्रखंड में 176740, सिंघिया प्रखंड में 187180, विभूतिपुर प्रखंड में 299542, बिथान प्रखंड में 135955, हसनपुर प्रखंड में 199675, उजियारपुर प्रखंड में 262656, विद्यापतिनगर प्रखंड में 138769, दलसिंहसराय प्रखंड में 183381, पटोरी प्रखंड में 169083, मोहिउद्दीननगर प्रखंड में 159292 तथा मोहनपुर प्रखंड में 104998कितने प्रतिशत उपभोक्ताओं ने कराया ई-केवाइसी
समस्तीपुर प्रखंड में 63.31 प्रतिशत , सरायरंजन प्रखंड में 57.29 प्रतिशत, कल्याणपुर प्रखंड में 58.43 प्रतिशत, खानपुर प्रखंड में 62.45 प्रतिशत, पूसा प्रखंड में 65.37 प्रतिशत, मोरवा प्रखंड में 58.59 प्रतिशत, वारिसनगर प्रखंड में 61.55 प्रतिशत, ताजपुर प्रखंड में 64.32 प्रतिशत, रोसड़ा प्रखंड में 64.03 प्रतिशत, शिवाजीनगर प्रखंड में 56.46 प्रतिशत, सिंघिया प्रखंड में 57.68 प्रतिशत, विभूतिपुर प्रखंड में 66.54 प्रतिशत, बिथान प्रखंड में 55.69 प्रतिशत, हसनपुर प्रखंड में 57.87 प्रतिशत, उजियारपुर प्रखंड में 63.67 प्रतिशत, विद्यापतिनगर प्रखंड में 62.51 प्रतिशत, दलसिंहसराय प्रखंड में 61.99 प्रतिशत, पटोरी प्रखंड में 58.98 प्रतिशत, मोहिउद्दीननगर प्रखंड में 58.13 प्रतिशत तथा मोहनपुर प्रखंड में 55.83 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने अपना ई-केवाइसी कराया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है