कनेक्शन देने में बरती जा रही कोताही

झुलते हुए जर्जर तार बना मौत का फंदाप्रतिनिधि, दलसिंहसराय विद्युत अवर प्रमंडल के एनएच सरदारगंज चौक से विद्यापतिनगर जाने वाली सड़क के केवटा गांव के समीप बिजली के झुलते तार टेलीफोन व बांस के खंभों पर झुलती नजर आती है. इसे विद्युत विभाग की उदासीनता कहें या फिर लापरवाही मगर सच है कि आधे से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2015 7:03 PM

झुलते हुए जर्जर तार बना मौत का फंदाप्रतिनिधि, दलसिंहसराय विद्युत अवर प्रमंडल के एनएच सरदारगंज चौक से विद्यापतिनगर जाने वाली सड़क के केवटा गांव के समीप बिजली के झुलते तार टेलीफोन व बांस के खंभों पर झुलती नजर आती है. इसे विद्युत विभाग की उदासीनता कहें या फिर लापरवाही मगर सच है कि आधे से एक किलोमीटर दूर स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर के समीप से उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्शन जोड़े गये हैं. कनेक्शन व उपभोक्ताओं के प्रतिष्ठान या आवास के बीच कई जगहों पर उपभोक्ता के मेन लाइन तार टेलीफोन के खंभों या बांस के सहारे झुलते नजर आते हैं. विडंबना तो यह है कि इनके बीच से एक कच्ची सड़क एनएच पर ढेपुरा गांव के समीप निकलती है और इस होकर ट्रकों का भी आना जाना अक्सर होता है. इस तरह कभी भी कोई अनहोनी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. इस तरह विद्युत कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं की संख्या दो दर्जन से अधिक है. जिन्हें बांस या टेलीफोन खंभों के सहारे विभाग ने कनेक्शन दिये हैं. इसको लेकर उपभोक्ताओं ने बताया कि कई माह से ऐसे ही कनेक्शन से विद्युत उपभोग चल रहें है. लोकसभा चुनाव से पूर्व ही विद्युत पोलों से होकर सुचारु रूप से बिजली मिलने की बात के साथ ही योजना स्वीकृत होने की जानकारी विभाग की ओर से मिली थी. लेकिन, अब तक व्यवस्था नहीं हो सकी. इस संबंध में विद्युत एसडीओ से संपर्क नहीं होने के कारण उनका पक्ष नहीं जाना जा सका. टेलीफोन खंभों या बांस के सहारे कनेक्शन दिया जाना अनुचित है. दूसरी ओर केवटा गांव के समीप अशोक वाटिका के समीप ऐसी स्थिति सरेआम देखी जा सकती है.

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