अक्षय तृतीया आज, सराफा बाजार गुलजार

समस्तीपुर : पचास साल बाद इतना शुभ मुहूर्त आया है. पिछले वर्षों की तुलना में सोने का भाव सस्ता भी है. ऐसे में अक्षय तृतीया (21 अप्रैल) पर बाजार को अच्छे कारोबार की उम्मीद है. अक्षय तृतीया को लेकर सर्राफा बाजार पूरी तरह से गुलजार हो गया है. एक से एक ट्रेडिसनल एवं डिजाइनर ज्वेलरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2015 11:30 PM
समस्तीपुर : पचास साल बाद इतना शुभ मुहूर्त आया है. पिछले वर्षों की तुलना में सोने का भाव सस्ता भी है. ऐसे में अक्षय तृतीया (21 अप्रैल) पर बाजार को अच्छे कारोबार की उम्मीद है. अक्षय तृतीया को लेकर सर्राफा बाजार पूरी तरह से गुलजार हो गया है. एक से एक ट्रेडिसनल एवं डिजाइनर ज्वेलरी बाजारों में आ चुके हैं.
पिछले दो-तीन हफ्तों से तैयारियों में जुटे बाजार में उत्साह है. ग्राहकों को लुभाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. सोने और हीरे के गहनों के नये स्टॉक आ चुके हैं. कुछ जगहों पर तय खरीद पर आकर्षक छूट भी है. जेवरात ज्वेलर्स के रवि गुप्ता कहते हैं कि जेवर एक ऐसी चीज है जिससे शादी-ब्याह और शुभ मुहूर्त पर समझौता संभव नहीं. इसके लिए छोटी-छोटी बचत जोड़कर लोग पहले से तैयारी किये रहते हैं. ऐसे में अक्षय तृतीया पर खासी उम्मीदें हैं और उसी अनुसार तैयारियां भी.
अक्षय तृतीया का दिन शुभ ही शुभ
सुबह 09.07 बजे से 10.35 तक – चर
सुबह 10.35 से दोपहर 12.09 तक – लाभ
दोपहर 12.09 से 01.31 तक – अमृत
रात 08.15 से 09.44 तक – लाभ
स्वर्ण खरीदने से ज्यादा शास्त्रों में है दान का महत्व
आमतौर पर लोग यह मानते है कि अक्षय तृतीया को सोना या स्वर्ण आभूषण खरीदने से शुभ होता है. लेकिन शास्त्रों में अक्षय तृतीय पर दान का बड़ा महत्व बताया गया है. अक्षय तृतीय को सोना खरीदने से ज्यादा महत्व दान का बताया जाता है. पंडित सुमंत कुमार ने बताया कि शास्त्र में अक्षय तृतीया को कहीं भी सोना खरीदने को नहीं कहा गया है, लेकिन इस दिन गरीबों व जरूरतमंद को दान करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती है.
अक्षय तृतीय को कपड़ा, पानी का घड़ा, छाता, फल, ताड़ का पंखा गेहूं व जाै सत्तू दान करने का महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु, शिव एवं माता गौरी की चंदन से श्रृंगार कर पूजा अर्चना करने एवं खुद चंदन का टीका लगाने से सभी कष्ट मिट जाते हैं.

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