माता,पिता व गुरू की सेवा करें उसे संतान कहते हैं : महेंद्र

फोटो संख्या:::::::10इनायतपुर धमौन में चौथे दिन दिखी भक्तोें भीड़शाहपुर पटोरी. इनायतपुर धमौन में आयोजित श्रीकृष्ण ज्ञान महायज्ञ के चौथे दिन यज्ञ स्थल पर भक्तों की काफी भीड़ देखी गयी. इस अवसर पर पूर्णिया से आये महेन्द्र साहब ने भक्तों के समक्ष वाचते हुए भगवान श्रीकृष्ण के जीवनोपयोगी विचार कर्म, विकर्म, अकर्म पर विशेष चर्चा की. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2015 7:04 PM

फोटो संख्या:::::::10इनायतपुर धमौन में चौथे दिन दिखी भक्तोें भीड़शाहपुर पटोरी. इनायतपुर धमौन में आयोजित श्रीकृष्ण ज्ञान महायज्ञ के चौथे दिन यज्ञ स्थल पर भक्तों की काफी भीड़ देखी गयी. इस अवसर पर पूर्णिया से आये महेन्द्र साहब ने भक्तों के समक्ष वाचते हुए भगवान श्रीकृष्ण के जीवनोपयोगी विचार कर्म, विकर्म, अकर्म पर विशेष चर्चा की. उन्होंने बताया प्रकृति में जीने वाले को इंसान कहते हंै. विकृति में जीने वाले को शैतान कहते हैं और प्रकृति-विकृति का अतिक्रमण करके संस्कृति में जीने वाला प्राणी भगवान होता है. इस मौके पर संतांे ने कहा कि जिसमें कोई भूल नहीं भगवान उसे ही कहते हैं. भूल में जाना जो चाहे इंसान उसे कहते हैं. भूल करें पर चेते नहीं उसे हैवान कहते हैं. भूले हुए को दंड मिले उसे विधान कहते है. माता-पिता, गुरू सेवा करे उसे संतान कहते हैं. आमजनों का ध्यान आकृष्ट करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भक्ति ज्ञान यज्ञ में आकर मनुष्य अपना कल्याण एवं सुंदर सभ्य समाज का निर्माण कर सकता है. मौके पर विन्दवासिनी दास जी महाराज, विधायक अजय कुमार बुल्गानीन, रामाकांत राय, नरेश पाल, रामाकांत गुप्ता, इं़ ब्रजेश कुमार निराला, दिनेश राय, विनय राय, मुनचुन राय, डॉ ब्रजकिशोर राय, जयकृष्ण राय, युगेश्वर राय, रामनरेश राय, सरोज कुमार, यंत्री राय, जीगन राय, उदयशंकर सहित कई लोग मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version