लू की थपेड़ों से लोगों का जीना हुआ मुहाल
दिन चढ़ते ही वीरान हो जाती हैं सड़केंमोरवा. पहले आंधी पानी फिर भूकंप और अब भीषण गरमी से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है. दिन चढ़ते ही सड़कें सूनी होने लगती है. गरमी का यह आलम है लोग कल पर कामों को टाल रहे हैं लेकिन कल की गरमी आज से ज्यादा भयानक होती […]
दिन चढ़ते ही वीरान हो जाती हैं सड़केंमोरवा. पहले आंधी पानी फिर भूकंप और अब भीषण गरमी से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है. दिन चढ़ते ही सड़कें सूनी होने लगती है. गरमी का यह आलम है लोग कल पर कामों को टाल रहे हैं लेकिन कल की गरमी आज से ज्यादा भयानक होती जा रही है. लोग बीमार होने लगे हैं और सन बर्न लोगों पर हावी होने लगा है. लोगों के साथ साथ पशुओं का भी बुरा हाल है. जलाशयों में दरार फटने लगे हैं. पशु पक्षी पानी के लिए भटक रहे हैं. दुधारू मवेशियों के दूध में भारी कमी हो गयी है. भीषण गरमी का सबसे ज्यादा खामियाजा पॉल्ट्री फॉर्म वालों को भोगना पड़ रहा है. अत्यधिक गरमी की वजह से मुर्गे लगातार मर रहे हैं. इससे इनके व्यवसायियों को भारी नुकसान होने की बात कही जा रही है. गरमी का आलम यह है कि लोग सारा काम छोड़ कर पेड़ों की ओट तलाशते नजर आते हैं. लोगों का कहना है कि अगर यही स्थिति बनी रही तो लोगों का सेहत पर बुरा असर पड़ेगा. लगन त्योहार का समय चल रहा है गरमी पूरे परवान पर है ऐसे में लोग खासे परेशान नजर आते हैं. लोग जल्द अंधेरा होने का इंतजार करते हैं ताकि उन्हंे कुछ सुकून मिल सके.