26 स्टेशन मास्टरों का हुआ तबादला

समस्तीपुर : रेलमंडल के 26 स्टेशन मास्टरों का तबादला कर दिया गया है. डीआरएम के आदेश पर मंडल प्रशासन किये गये इस तबादले की सूचना मिलने के बाद स्टेशन मास्टरों को यह आदेश दिया गया है कि हर हाल में अपने नये स्थान पर योगदान दें. सूत्रों की मानें तो रेलवे के मान्यता प्राप्त संगठन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2015 7:40 AM
समस्तीपुर : रेलमंडल के 26 स्टेशन मास्टरों का तबादला कर दिया गया है. डीआरएम के आदेश पर मंडल प्रशासन किये गये इस तबादले की सूचना मिलने के बाद स्टेशन मास्टरों को यह आदेश दिया गया है कि हर हाल में अपने नये स्थान पर योगदान दें. सूत्रों की मानें तो रेलवे के मान्यता प्राप्त संगठन के सदस्यों को इस तबादले में नहीं जोड़ा गया है.
यह मंडल के रेल कर्मियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. जिन स्टेशन मास्टरों का तबादला हुआ है उसमें रंजीत कुमार को साठी से नरकटियांगज भेजा गया है.
जबकि प्रवीण कुमार को हरिनगर से बगहा, मो. जलाउद्दीन को भैरोगंज से वाल्मिकीनगर, पीएन पाडेय को बगहा से हरिनगर, यदुलाल महतो को वाल्मिकीनगर से भैरोगंज, अशोक कुमार झा को वाल्मिकीनगर से खरपौखड़ा, राजनंदन प्रसाद श्रीवास्तव को नरकटियागंज से वाल्मिकीनगर, अशरफ हुसैन को धमाराघाट से पचगछिया, दुर्बल राय को पचगछिया से धमाराघाट, राजाराम को कोपरिया से धरबिटिया, प्राणोश कुमार को कोपरिया से बदलाघाट, कुमार विकास रंजन को सिमरी बख्तियारपुर से कोपरिया भेजा गया है.
इसी तरह नीरज चन्द्र को सिमरी बख्तियारपुर से सहरसा, दिलीप कुमार सिंह को पचगछिया से सरायगढ़, प्रदीप कुमार मंडल को धरबिटिया से प्रतापगढ़, किशोर कुमार गुप्ता को धरबिटिया से पचगछिया, मनोज कुमार चौधरी को सरायगढ़ से धरबिटिया, संजीव कुमार तिवारी को वनमंखी से मुरलीगंज, उपेन्द्र प्रसाद भगत को मुरलीगंज से दुघमा, जीवन प्रकाश को वनमंखी से बैजनाथपुर, रमेश कुमार को बदलाघाट से सहरसा, सुरेश पासवान को सहरसा से कोपरिया, आरएन मंडल को सहरसा से सिमरी बख्तियारपुर, मनोज कुमार को बैजनाथपुर से मुरलीगंज, पंकज कुमार झा को सहरसा से सिमरी बख्तियारपुर, संजय कुमार को नरकटियागंज से साठी तबादला किया गया है. इसमें कुछ स्टेशन मास्टरों का तबादला निजी अनुरोध पर भी किया गया है.
खासकर वैसे स्टेशन मास्टरों को ही इसमें शामिल किया गया है जिनका कार्यकाल चार वर्ष से ऊपर बताया जा रहा है. बताते चलें कि इससे पूर्व भी डीआरएम के आदेश के बाद ही इस तरह का तबादला किया गया था उसमें भी किसी किसी मान्यता प्राप्त संगठन के सदस्य का नाम नहीं शामिल होना कर्मियों के लिये चर्चा का विषय बना हुआ था.
रेल कर्मियों के जेहन में सवाल यह उठने लगा है कि आखिर नियम तो सबके लिये बराबर होता है तो उस तबादले की सूची में नाम होना यह भी रेल प्रशासन के लिये सवाल उठने लगा है. इस संबंध में सीनियर डीओएम बीके दास ने बताया कि वैसे लोगों पर भी ध्यान रखा जाता है. एक सप्ताह पूर्व इस तरह की सूची कार्मिक विभाग के द्वारा निकाली गयी थी.

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