मौसम पूर्वानुमान : तराई क्षेत्र में हल्की बारिश की संभावना
समस्तीपुर : ग्रामीण कृषि मौसम सेवा राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा व भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के अंदर तराई क्षेत्र में हल्की वर्षा हो सकती है. कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी की संभावना बन रही है. बाकी स्थानों पर आम तौर पर मौसम शुष्क […]
समस्तीपुर : ग्रामीण कृषि मौसम सेवा राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा व भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के अंदर तराई क्षेत्र में हल्की वर्षा हो सकती है.
कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी की संभावना बन रही है. बाकी स्थानों पर आम तौर पर मौसम शुष्क रहने का अनुमान है. पूर्वानुमान की अवधि में 5 से 15 किलो मीटर प्रति घंटे की औसत रफ्तार से पुरवा हवा चलेगी. यह सतही रह सकती है. इस अवधि में न्यूनतम तापमान 24 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है.
अधिकतम तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. मौसम के मिजाज को भांपते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने खरीफ प्याज एवं खरीफ धान की खेती के लिए नर्सरी की तैयारी करने का सुझाव दिया है. खेत की जुताई में गोबर की खाद अवश्य डालने का सुझाव दिया है. बसंतकालीन मक्का, ईख, सूर्यमुखी एवं गरमा सब्जियों में आवश्यकतानुसार सिंचाई करने की सलाह दी है.
वहीं ओल की रोपाई से पूर्व कटे कन्द को टइकोडर्मा भिरीडी के 5.0 ग्राम मात्र को प्रति लीटर गोबर के घोल में मिलाकर 20-25 मिनट तक डुबोकर उपचारित करने का सुझाव दिया है. इस मौसम में लतीदार सब्जियों की फसल कद्दु, नेनुआ, करैला, खीरा में न्यूनतम नमी बनाना जरुरी बताया है. मिर्च के खेत में विषाणु रोग से ग्रसित पौधों को उखाड़कर जमीन में गाड़ देने का सुझाव दिया है.
कृषि वैज्ञानिकों ने कहा है कि जारी मौसम में मूंग, उरद की तैयार फलियों की तुड़ाई कर लें और मक्का के भुट्टों से दाना निकालने का कार्य यथा शीघ्र करें. धूप को ध्यान में रखते हुए पशु चिकित्सकों ने दुधारु पशुओं के खानपान पर विशेष नजर रखने की हिदायत दी है.