सत्यापन के लिए पचीस फीसदी शिक्षकों ने नहीं जमा कराये प्रमाण-पत्र
मोहनपुर. प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए नियोजित और नियुक्त करीब दो सौ शिक्षक-शिक्षिकाओं से प्रमाण पत्र संग्रहित कर लिए गये हैं. इसके बावजूद पचीस प्रतिशत शिक्षकों से प्रमाण पत्र नहीं लिये जा सके हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए बीआरपी अश्विनी कुमार पंडित ने बताया कि सभी शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से सूचना दे […]
मोहनपुर. प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए नियोजित और नियुक्त करीब दो सौ शिक्षक-शिक्षिकाओं से प्रमाण पत्र संग्रहित कर लिए गये हैं. इसके बावजूद पचीस प्रतिशत शिक्षकों से प्रमाण पत्र नहीं लिये जा सके हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए बीआरपी अश्विनी कुमार पंडित ने बताया कि सभी शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से सूचना दे पाना संभव नही था. विकल्प स्वरूप प्रमुख समाचार पत्रों में सूचना प्रकाशित करायी गयी थी. उन्होनें कहा कि संकुल समन्वयकों को भी फोन पर सूचना प्रसारित करने को कहा गया था. उल्लेखनीय हैं कि कोर्ट के आदेश पर बिहार सरकार के निगरानी विभाग से प्रमाण-पत्रों का सत्यापन कराया जा रहा हैं. कई जिलों के शिक्षक फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करते हुए पकड़े गये हैं. बीआरपी अश्विनी कुमार पंडित ने बताया कि मूल प्रमाण पत्रों से छायाप्रतियों का मिलान किया गया हैं. कुछ संदेहास्पद प्रमाण पत्रों को चिह्नित भी किया जा रहा है. यदि संदेह को पुष्ट पाया गया, तो इसकी सूचना शिक्षा विभाग एवं निगरानी विभाग को दी जायेगी. जिन शिक्षकों ने प्रमाण-पत्रों को प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. यदि वे प्रमाण-पत्र समेकन के दरम्यान नहीं जमा करा पाये, तो अलग से उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है.