ई चंदन की मौत से दुबहा में पसरा मातमी सन्नाटा
मोहिउद्दीननगर. ई. चंदन की मौत की खबर जैसे ही दुबहा में रह रहे उसके परिजनों की मिली तो चीत्कार से दुबहा गांव कांप उठा. चहुं ओर एक खामोश भरे मातमी सन्नाटा पसरता चला गया. ई चंदन की मौत नागपुर में इलाज के दौरान हो गयी थी. उसे एक बाइक के ठोकर मार देने के कारण […]
मोहिउद्दीननगर. ई. चंदन की मौत की खबर जैसे ही दुबहा में रह रहे उसके परिजनों की मिली तो चीत्कार से दुबहा गांव कांप उठा. चहुं ओर एक खामोश भरे मातमी सन्नाटा पसरता चला गया. ई चंदन की मौत नागपुर में इलाज के दौरान हो गयी थी. उसे एक बाइक के ठोकर मार देने के कारण ब्रेन हेमरेज हो गया था. दुबहा के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार ई चंदन भारतीय मिलट्री सर्विस में कमीशनड ऑफिसर के रूप में कार्यरत था. इन दिनों उसकी पोस्टिंग नागपुर में आयुध प्रबंधक के रूप में किया गया था. विगत 31 मई की रात्रि में वह अपनी मेस से खाना खाकर अपने चार चक्के वाहन की आरे बढ़ ही रहा था कि एक बाइक ने उसे ठोकर मार दी. ठोकर लगने से घायल हो जाने के बाद वहां तैनात सेना कर्मियों से उसे सैनिक अस्पताल नागपुर में भरती करा दिया था जहां इलाज के दौरान उसकी मौत शुक्रवार की रात हो गयी. गौरतलब है कि दुबहा के एलआइसी अभिकर्ता रामधार सिंह का पुत्र बचपन से ही मेधावी और मेहनती था. 2013 में उसका सेलेक्शन बीटेक करने के क्रम में बिरला सीमेंट में हुआ था. 2014 में उसने यूपीएससी के द्वारा आयोजित कंबाइड डिफेंस सर्विस की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद कमीशनड ऑफिसर बनकर भारतीय सेना को अपनी सेवा देने लगा था. दो भाई और एक बहन में सबसे बड़ा ई चंदन की मौत की खबर सुनकर दादा राजकिशोर सिंह, माता रीता देवी, चाचा रामप्रवेश सिंह की हालत नाजुक हो गयी.