अब शनिवार को भी चलेंगी छह से आठ तक की कक्षाएं

सीबीएसइ बोर्ड ने जारी किया निर्देश समस्तीपुर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अपने स्कूलों में शिक्षण के स्तर में पहले से अधिक सुधार लाने का प्रयास लगातार करता रहा है. फिर चाहे स्कूल में शैक्षणिक के साथ अन्य करिकुलम गतिविधियां हों या फिर शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देने की बात हो़ इसी क्रम में सीबीएसइ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2015 7:46 AM
सीबीएसइ बोर्ड ने जारी किया निर्देश
समस्तीपुर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अपने स्कूलों में शिक्षण के स्तर में पहले से अधिक सुधार लाने का प्रयास लगातार करता रहा है. फिर चाहे स्कूल में शैक्षणिक के साथ अन्य करिकुलम गतिविधियां हों या फिर शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देने की बात हो़
इसी क्रम में सीबीएसइ ने अब स्कूलों में कक्षा छठी से आठवीं तक कक्षाएं सोमवार से शनिवार यानी सप्ताह में छह दिन चलाने का निर्देश दिया है़ अभी तक स्कूलों में कक्षा नौवीं से 12वीं तक की ही कक्षाएं सोमवार से शनिवार तक चलती हैं
लेकिन अब इसमें कक्षा छठी से आठवीं की भी कक्षाएं शामिल हो गयी हैं़ सीबीएसइ ने सकरुलर जारी कर स्पष्ट निर्देश दिया है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत स्कूलों में सप्ताह में 45 घंटे की पढ़ाई होनी चाहिए़ इतना ही नहीं शिक्षक कक्षाएं समाप्त होने के बाद अतिरिक्त घंटे में 20 मिनट प्रतिदिन अगले दिन की प्लानिंग पर काम करेंगे. जिले के अधिकतर सीबीएसइ स्कूल सप्ताह में छह दिन कक्षाएं संचालित कर रहे हैं़ सीबीएसइ की ओर से आधिकारिक रूप से निर्देश अब जारी किया गया है़ सीबीएसइ ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि शिक्षकों की नियुक्ति एवं उनको दिये जाने वाले वेतनमान में पूरी तरह पारदर्शिता बरतें वर्तमान में अधिकांश स्कूल शिक्षकों की नियुक्ति एवं वेतनमान देने में बड़े पैमाने पर धांधली कर रहे हैं इस तरह की कई शिकायतें सीबीएसइ को मिली है़
स्पष्ट किया गया है कि सीबीएसइ स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को वेतनमान बैंक के माध्यम से ही दिया जायेगा़ उन्हें स्कूल प्रबंधन नगद राशि नहीं दे सकत़े अधिकांश स्कूल निर्धारित मानकों के अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति भी नहीं करत़े सीबीएसइ नियमों के अनुसार विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को बीएड या अन्य शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त होना चाहिए़ लेकिन कई बार स्कूल प्रबंधन बिना प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों को भी स्कूल में क्लास लेने के लिए भेज देते हैं.

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