फुल लोड बिजली का नहीं मिल रहा लाभ
समस्तीपुर : करीब डेढ़ लाख उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत सुविधा उपलब्ध कराने वाले विद्युत आपूर्ति प्रमंडल अभी भी आधारभूत संरचना का घोर अभाव है़ लाइन मैन एवं तकनीकी कर्मियों की कमी, अभियंताओं का अभाव व कार्यालय भवन की जजर्र स्थिति यहां स्पष्ट दृष्टिगोचर है़ बत्ती बगैर पूर्व सूचना के कब गुल हो जाए कहा नहीं […]
समस्तीपुर : करीब डेढ़ लाख उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत सुविधा उपलब्ध कराने वाले विद्युत आपूर्ति प्रमंडल अभी भी आधारभूत संरचना का घोर अभाव है़ लाइन मैन एवं तकनीकी कर्मियों की कमी, अभियंताओं का अभाव व कार्यालय भवन की जजर्र स्थिति यहां स्पष्ट दृष्टिगोचर है़
बत्ती बगैर पूर्व सूचना के कब गुल हो जाए कहा नहीं जा सकता है़ करीब छह करोड़ रुपये मासिक राजस्व प्राप्त करने वाले विभाग में स्टाफ की कमी से समय पर विपत्र का वितरण एवं जमा में भी उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जिले में बिजली की लाइनें ‘शॉर्ट’ हो गई हैं, तो करंट ‘फ्यूज’ पड़ा है़ सबसे बड़ा गतिरोध यह है कि जितनी बिजली समस्तीपुर को मिलती है, उतनी लोगों के घरों तक नहीं पहुंच पाती़
इसकी बड़ी वजह कंपनी के लिए अगर लाइन लॉस और चोरी है, तो उपभोक्ताओं के लिए कटौती जजर्र वितरण व्यवस्था के चलते आये दिन होने वाले ताबड़तोड़ फॉल्ट हैं स्थानीय गड़बड़ियां ही वह पेच हैं, जिनसे न केवल उपभोक्ता हलकान हैं, बल्कि बिजली इंजीनियर भी परेशान हैं सीएलडी से जिला को चौबीसों घंटे लगभग 32 से 38 मेगावाट सप्लाइ की जा रही है़
लेकिन उपयोग मात्र 27 से 30 मेगावाट का ही हो रहा है़ जिन क्षेत्रों में सिस्टम पुराने या जजर्र हैं, उन इलाकों में ज्यादा दिक्कत आ रही है़ वहीं शत-प्रतिशत मीटरिंग न होने व बिजली चोरी न थमने से बढ़ते घाटे के कारण विद्युत कंपनी बिजली आपूर्ति व्यवस्था पटरी पर लाने में कामयाब नहीं हो पा रहा है़ ऐसे में गहराते बिजली संकट का खामियाजा जिलेवासियों को भीषण गरमी में घंटों बिजली कटौती व ओवर लोडिंग के चलते लो-वोल्टेज के रूप में भुगतना पड़ रहा है.
नहीं चालू हो सका मगरदही पावर सब स्टेशन
अधिकारियों की उदासीनता का नमूना है मगरदही पावर सब स्टेशऩ धीरे-धीरे दो साल बीत गये, लेकिन 220 केवी का यह सबस्टेशन चालू नहीं हो पाया़ इस वर्ष अप्रैल माह के अंत तक इस स्टेशन को चालू करने की दिशा में कुछ बातें शुरू हुई थी, कागज दौड़ने शुरू हुए तो ऐसा लगा कि सभी बाधाएं दूर हो गयीं. अब यह स्टेशन चालू हो जायेगा और सप्लाइ सुधर जायेगी़ मगर, तब से अब तक फाइलें ही इधर-उधर दौड़ रही हैं और मॉनसून को ध्यान में रखकर काम ही शुरू नहीं कराया गया़ इस वर्ष भी यह सब स्टेशन अबतक शो-पीस ही बना रह गया.
बोले अधिकारी
विद्युत संचरण व्यवस्था को दुरुस्त करने का कार्य जारी है. जल्द ही गांवों को भी 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जायेगी. जिले के बिजली विहीन गांवों को चिह्न्ति कर विद्युतीकरण का कार्य भी जारी है.
बीके मिश्र, अधीक्षण अभियंता, समस्तीपुर अंचल