सिरसिया में 56 घर जल कर खाक

स्थानीय लोगों ने आपसी मदद से आग पर पाया काबू हसनपुर (समस्तीपुर) : थाना क्षेत्र के सिरसिया गांव में शनिवार की रात आग लगने से दर्जनों घर जल कर खाक हो गये. इसमें लाखों की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है. हालांकि, जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है. ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से आग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2015 7:38 AM

स्थानीय लोगों ने आपसी मदद से आग पर पाया काबू

हसनपुर (समस्तीपुर) : थाना क्षेत्र के सिरसिया गांव में शनिवार की रात आग लगने से दर्जनों घर जल कर खाक हो गये. इसमें लाखों की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है. हालांकि, जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है. ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से आग पर काबू पाया. बाद में पहुंची फायर ब्रिगेड की भी मदद ली गयी.

बताया जाता है कि गांव के मो. शमशाद के घर से आग की चिनगारी निकली, जो बगल में जलावन के ढेर पर जा पड़ी. देखते ही देखते आग ने दर्जनों घरों को अपने आगोश में ले लिया. आसपास के ग्रामीणों ने पंप के सहार आग पर काबू पाने का प्रयास किया. बाद में दमकल ने पहुंचकर आग पर काबू पाया.

ग्रामीणों ने बताया कि रमजान के पवित्र महीने में इस तरह का हादसा होने से मायूसी है. घर जलने के बाद लोगों की स्थिति काफी खराब हो गयी है. रोजा करने वाले लोगों को हादसे के बाद चिलचिलाती धूप में बांध पर सहारा लेना पड़ा. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक राजकुमार राय ने मौके पर पहुंच कर लोगों का हाल-चाल जाना. पदाधिकारियों को दूरभाष पर पीड़ित परिवार को अविलंब सरकारी सहायता देने का निर्देश दिया.

इनका घर जला. मो. नौशाद, रुबैदा खातून, रौशन खातून, हसीना खातून, जुम्मन नदाफ, डोमी नदाफ, कलेश्वर राम, सागर राम, लालन राम, विनोद राम, रंजीत राम, राम शरण राम, कुशेश्वर राम, नइम नदाफ, लालो नदाफ, पप्पू नदाफ, कैसर नदाफ, शाहीद रेजा, सलाउद्दीन, भोली नदाफ, नूर हसन, मुन्नी खातुन, मो. रुस्तम सहित कई घर जल गये.

धरी रह गयी शादी की तैयारी

अगिAकांड में कई परिवारों के नगदी जेवरात जलकर राख हो गये. कई परिवारों में शादी की तैयारी चल रही थी. आग में सामान जलकर राख हो गये. शैल कुमारी की बेटी बिरखी की शादी की सारी तैयारी हो चुकी थी. मलमास उतरते ही शादी होने वाली थी. अगिAकांड में सबकुछ खाक हो गया. शमशाद की बहन गुलशब्बों के साथ भी यही हुआ. उनके परिवार के लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कर्ज लेकर शादी की तैयारी की थी. अब दोबारा पैसे कहां से आयेंगे.

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