मॉनसून की बारिश से गन्ना उत्पादक किसानों की खिली बांछे

बारिश थमने पर ही उर्वरकों के प्रयोग का सुझावधान के बिचड़ा गिराने के कार्य में आयी शिथिलताहसनपुर. मॉनसून की पहली बारिश से प्रखंड के गन्ना किसानों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है. महीनों से चिलचिलाती धूप में गन्ना की फसल सूख रही थी. जिससे किसानों में मायूसी देखी जा रही थी. प्रत्येक सप्ताह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 3:04 PM

बारिश थमने पर ही उर्वरकों के प्रयोग का सुझावधान के बिचड़ा गिराने के कार्य में आयी शिथिलताहसनपुर. मॉनसून की पहली बारिश से प्रखंड के गन्ना किसानों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है. महीनों से चिलचिलाती धूप में गन्ना की फसल सूख रही थी. जिससे किसानों में मायूसी देखी जा रही थी. प्रत्येक सप्ताह उन्हें फसल की पटवन करना पड़ता है. जिससे आर्थिक तंगी की मार झेलनी पड़ती थी. दो दिनों से हुई तेज बारिश के बाद किसानों ने प्रसन्न दिख रहे हैं. उनका कहना है कि तेज बारिश होने के बाद हमें दोहरा लाभ मिलेगा. पानी पटवन नहीं करने के साथ साथ फसल भी स्वस्थ होगा. दूसरी ओर प्रखंड में खरीफ फसल के धान बीज की बोआई में जो शिथिलता आयी थी. उसमें अब तेजी आ गयी है. शनिवार को बारिश होने के बावजूद बाजार से धान के बीज की खरीदारी कर बोआई करने में किसान लगे थे. गन्ना उपाध्यक्ष शंभू प्रसाद राय ने बताया कि सूखे के क ारण गन्ना के पौधे में सूखने की जो बीमारी लगी थी, वह वर्षा होने के बाद उसमें सुधार होने लगेगा. उन्होंने किसानों से अपील की कि वर्षा रुक ने के साथ ही पोटाश के साथ यूरिया खाद का छिड़काव करें. इससे फसल की स्थिति अच्छी होगी. वर्षा को अमृत बताते हुए कहा कि इससे फसल को काफी फायदा होगा. चीनी मिल क र्मी मनींद्र दूबे ने क्षेत्र भ्रमण कर किसानों को फसल में उचित रासायनिक खाद संतुलित मात्रा में देने की सलाह दी है.

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