सूखा मशरूम उत्पादकों के लिए बेहतर विकल्प
पूसा. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के मशरूम विभाग में मोहनपुर पटोरी के किसानों के साथ वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. दयाराम के नेतृत्व में ओएस्टर मशरूम को सूखा कर प्रत्यक्षण किया गया. जिसमंे खासतौर से मशरूम उत्पादक अखिलेश कुमार एवं श्याम नंदन राय के फार्म से उत्पादित 500 किलोग्राम मशरूम को सूखाकर 50 किलोग्राम सुखा मशरूम तैयार किया […]
पूसा. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के मशरूम विभाग में मोहनपुर पटोरी के किसानों के साथ वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. दयाराम के नेतृत्व में ओएस्टर मशरूम को सूखा कर प्रत्यक्षण किया गया. जिसमंे खासतौर से मशरूम उत्पादक अखिलेश कुमार एवं श्याम नंदन राय के फार्म से उत्पादित 500 किलोग्राम मशरूम को सूखाकर 50 किलोग्राम सुखा मशरूम तैयार किया गया. लोकल बाजार में यह 1000 रुपये की दर से बेचा जा रहा है. उत्पादक ने लैब में प्रत्यक्षण के दौरान कहा कि मशरूम ही हमारी जिंदगी का साधन मात्र है. इसी से बाल बच्चे का पठन पाठन एवं भरण पोषण चलता है. ओयेस्टर मशरूम उत्पादन के लिए 2400 वर्ग फुट में फार्म लगा हुआ है. जिसमें 2500 थैला लगा हुआ है. फिलवक्त बटन मशरूम उत्पादन करने को लेकर एक और दूसरा इसी क्षमता का फार्म लग रहा है. कुलपति डा. राजेश कुमार मितल ने भी वैज्ञानिकांे के साथ इनके फार्म का निरीक्षण कर सराहा है. साथ ही आरएयू से नवीनतम तकनीक उपलब्ध करने को भरोसा दिया है. जिससे उत्पादक किसान काफी उत्साहित हैं. किसान दूसरों को भी मशरुम उत्पादन के लिए प्रेरित कर रहे हैं. ताकि हर जगह आर्थिक रुप से समृद्धि आ सके.