पूनम ने ही करायी अजित की हत्या

समस्तीपुर : गत 18 जुलाई को हुई अजित कुमार (25) की हत्या उसकी प्रेमिका पूनम ने करायी थी. घटना को अंजाम देने के लिए उसने अजित के साथी व अपने दूसरे आशिक संतोष कुमार राम व रामलाल सहनी के अलावा अन्य अभियुक्तों का सहयोग लिया था. घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक सुरेश प्रसाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2015 12:46 AM
समस्तीपुर : गत 18 जुलाई को हुई अजित कुमार (25) की हत्या उसकी प्रेमिका पूनम ने करायी थी. घटना को अंजाम देने के लिए उसने अजित के साथी व अपने दूसरे आशिक संतोष कुमार राम व रामलाल सहनी के अलावा अन्य अभियुक्तों का सहयोग लिया था.
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में बताया कि अजीत का शव बरामद होने के बाद उजियारपुर थाना क्षेत्र के जनकपुर निवासी सुखदेव प्रसाद सिंह ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें गांव के ही शंभू दास की पत्नी पूनम देवी, शंभू दास, त्रिवेणी दास को आरोपित किया था.
एसपी ने घटना की तह तक पहुंचने के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए उजियारपुर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया. इसमें पुअनि सचिंद्र सिंह, रामाशीष राय व अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया था.
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूनम देवी को गिरफ्तार किया. जिसने अपने बयान में गांव के ही संतोष कुमार राम व राम लाल सहनी के अलावा दो अन्य लोगों के सहयोग से पूनम के घर में ही अजीत की हत्या मुंह पर तकिया रख करने की बात कही. लाश को छुपाने की नीयत से घर से हटा कर कुछ ही दूरी पर दिनेश सिंह के बांसबाड़ी में रखवा दिया. जहां से पुलिस ने शव को बरामद भी किया था. महिला की स्वीकारोक्ति पर टीम ने संतोष व राम लाल को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार दोनों युवकों ने दलसिंहसराय के कार्यपालक दंडाधिकारी आनंद कुमार कांत के समक्ष अजीत कुमार की हत्या करने का अपराध स्वीकार कर लिया है. एसपी श्री चौधरी ने बताया कि विशेष टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए इस हत्याकांड का सफल उद्भेदन करते हुए घटना में संलिप्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपितों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है.
दलसिंहसराय ले जाकर पिलायी थी शराब
घटना की शाम करीब 4 बजे अभियुक्तों ने बुलाकर दलसिंहसराय ले गये. जहां उसे शराब पिलायी गयी. रात करीब 8 बजे दलसिंहसराय से वापस आने के बाद वह घर आ गया. रात करीब 9 बजे पूनम देवी ने अजीत को मोबाइल पर फोन कर अपने घर बुलाया. इसकी सूचना उसने संतोष व राम लाल सहनी के अलावा अन्य अभियुक्तों को भी दे दी.
जब अजीत पूनम के बुलावे पर उसके घर पहुंचा तो अभियुक्तों ने मिल कर उसका मुंह तकिया से दबा दिया. कुछ देर छटपटाने के बाद उसकी सांसे थम गयी तो अभियुक्तों ने शव को घर से बाहर निकाल कर बांसबाड़ी में फेंक कर मौके से फरार हो गये.
अवैध संबंध में गयी जान
अजीत हत्या कांड में पूनम के बयान पर गिरफ्तार किये गये संतोष व राम लाल सहनी के स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार पूनम व अजीत के बीच अवैध संबंध अर्से से चल रहा था.
हत्या में शामिल संतोष मृतक अजीत का दोस्त था. संतोष जन वितरण प्रणाली की दुकान भी चलाता है. इस दुकान के माध्यम से अजीत ने कई बार पूनम को चावल व गेहूं भी दिलवाया था. इसी क्रम में पूनम का संबंध संतोष से भी हो गया. इस बीच अजीत अपनी प्रेमिका को तंग करने लगा. इससे आजिज होकर पूनम ने उसकी हत्या कराने का फैसला कर लिया.

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