दो दोस्तों का शव पहुंचते ही रो पड़ा गांव

वारिसनगर : प्रखंड क्षेत्र के रोहुआ गांव का दो घर जहां मंगलवार की सुबह से ही लोगों का तांता लगा था. किसी की जुबां पर कहने व सुनने को कोई शब्द नहीं. सभी मूकदर्शक बने अपलक निगाहों से सड़क को ही निहारते चले जा रहे थे. मंगलवार को दिन के ठीक 11. 25 में एंबुलेंस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2015 12:42 AM
वारिसनगर : प्रखंड क्षेत्र के रोहुआ गांव का दो घर जहां मंगलवार की सुबह से ही लोगों का तांता लगा था. किसी की जुबां पर कहने व सुनने को कोई शब्द नहीं. सभी मूकदर्शक बने अपलक निगाहों से सड़क को ही निहारते चले जा रहे थे.
मंगलवार को दिन के ठीक 11. 25 में एंबुलेंस रुकती है दरवाजे पर, रुकते ही अथाह करुणामयी क्रंदन लिए दौड़ पड़ते हैं गांव के लोग. दोनों युवकों के परजिनों के चीख व चित्कार से ऐसा लगता है कि मानों जर्रा जर्रा रो दे. शव उतरते ही दोनों दोस्तों के घर महिला-पुरुष आंखों में आंसू लिए शव के एक दर्शन को आतुर थे.
किसी तरह गांव के होशमंद लोगों ने दोनों शवों को अर्थी पर उठाया व श्मशान की चल पड़े. सोमवार की संध्या सात बजे उक्त गांव के राम प्रसाद ठाकुर का छोटा लड़का दयानाथ ठाकुर उर्फ धाना (36) बगलगीर विजय कुमार ठाकुर के पुत्र सह दोस्त सर्वेश कुमार उर्फ टुल्लू (30) के संग मोटरसाइकल से अपने ससुराल ताजपुर थाना के अमृतपुर के लिए चला था.
रास्ते में गंगापुर-मुसरीघरारी ( एन एच 28 ) के बीच होटल पर नाश्ता किया. बाइक से दोनों सड़क पर चढके आगे बढना चाहा कि तेज रफ्तार से आ रही ट्रक ने दोनों को रौंदते हुए फरार हो गया. घटनास्थल पर दोनों की मौत हो गयी. मंगलवार को शवों का अंत:परीक्षण करा घर लाया गया.
डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी सर्वेश की शादी
सर्वेश उर्फ टुल्लू की शादी डेढ़ वर्ष पूर्व उजियारपुर के रामचंद्रपुर अंधैल देसुआ गांव के रामबाबू चौधरी की पुत्री मोनिका से हुई थी. दोनों की निशानी अभी कोख में ही पल रही है.
नियति की नियत कहे कि जहां इस मासूम की सिंदूर आज राख में बदल गयी. वहीं मां के गर्भ में पल रहे शिशु के सर से बाप का साया देखने से पहले ही छिन गया. मृतक दो भाइयों में छोटा था तथा पिता के संग घर पर रहकर खेती बाड़ी करता था.

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