इस बार आप इनसान को चुनें, शैतान को नहीं : नरेंद्र मोदी
रवींद्र/अभय समस्तीपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महागंठबंधन के नेताओं की धरती खिसक रही है, तो वे लोग अनाप शनाप बोल रहे हैं. लालू प्रसाद कुछ खाने की बात कहते हैं. जिसे मैं बोल भी नहीं सकता, जब यदुवंशियों ने उन्हें घेरा, तो बोले हम नहीं शैतान ने बोलवाया है. मुझे आश्चर्य होता […]
रवींद्र/अभय
समस्तीपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महागंठबंधन के नेताओं की धरती खिसक रही है, तो वे लोग अनाप शनाप बोल रहे हैं. लालू प्रसाद कुछ खाने की बात कहते हैं. जिसे मैं बोल भी नहीं सकता, जब यदुवंशियों ने उन्हें घेरा, तो बोले हम नहीं शैतान ने बोलवाया है. मुझे आश्चर्य होता है कि दुनिया में अरबों लोग हैं.
हिन्दुस्तान में 125 करोड़ लोग हैं. बिहार की आबादी भी करोड़ों में हैं. लालू जी आपमें ही ऐसी क्या बुराई है कि शैतान आपके अंदर घुसा है. अब जनता ही खोजे लालू जी में शैतान क्यों? इसीलिए भाइयो-बहनों हम आपसे अपील करते हैं कि इस बार इंसान को चुनें, शैतान को नहीं. प्रधानमंत्री गुरुवार को जितवारपुर हाउसिंग मैदान में चुनावी सभा में बोल रहे थे.
अपने चिर-परचित अंदाज में प्रधानमंत्री ने लोगों से सवाल किये, जिनका सभा में आये लोगों ने जवाब दिया. उन्होंने पूछा, कांग्रेस ने बिहार में 35 साल तक शासन किया, क्या बिहार का भला हुआ? इस पर सभा में मौजूद लोगों ने कहा, नहीं. इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि 25 साल तक बड़े और छोटे भाई से शासन किया, क्या बिहार का विकास हुआ? इस पर भी लोगों ने नहीं, कहा. इस पर पीएम ने कहा कि तो फिर पांच साल में क्या करेंगे.
तीनों पहले एक-दूसरे को बदनाम करते रहे हैं. सिर्फ सत्ता की लालच में एक साथ आये हैं. पीएम ने कहा कि अब जब ये लोग वोट मांगने आयें, तो पहले उनसे 60 साल में किये काम का हिसाब मांगिये. पाई-पाई का हिसाब होना चाहिए? पीएम ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि राज्यों का विकास जरूरी है. पश्चिमी भारत के राज्यों का तो विकास हुआ, लेकिन पूर्वी क्षेत्र के राज्यों का भी विकास जरूरी है, तभी देश का विकास होगा. विशेष पैकेज की चर्चा करते हुये 1.65 लाख करोड़ से बिहार का भला होगा, तो देश का भी भला होगा.
फिर शुरू हो रहा अपहरण का उद्योग
प्रधानमंत्री ने कहा कि जंगलराज के समय बिहार में सबसे बड़ा उद्योग अपहरण और फिरौती का था. लोग दुर्गापूजा और रामलीला देखने नहीं जाते थे. कोई नयी गाड़ी नहीं खरीदता था. कही भनक लग गयी, तो फिरौती देनी होगी. जनवरी से जुलाई तक के आकड़े बताते हैं कि बिहार में 4000 से अधिक अपहरण की घटनाएं हुईं. एक बार फिर जंगलराज की आहट सुनाई दे रही है. इससे मुक्ति पाने के लिए विकास को वोट दें. इस बार अहंकारियों का हाल खराब होनेवाला है.
मंच पर जय नारायण निषाद व मुकेश सहनी
प्रधानमंत्री के मंच पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन जय नारायण निषाद और सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी भी दिखे. मंच पर आते ही पीएम ने सबसे पहले कैप्टन निषाद से हाथ मिलाया. इसके बाद मुकेश सहनी से भी मिले. कैप्टन निषाद ने चुनाव से पहले पार्टी बनायी थी और सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया था. लेकिन अब प्रधानमंत्री के मंच पर आकर उन्होंने एनडीए के साथ होने की बात कही है.
समस्तीपुर : पुलिस की सक्रियता से टला बड़ा हादसा
समस्तीपुर. पीएम मोदी की सभा में अगर पुलिस मुस्तैदी से काम नहीं किया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था. इस धक्का मुक्की में कई पत्रकारों को गंभीर चोटे आयी जिससे कई घायल हो गये. मंच से एक नेता के आदेश मिलते ही मीडिया एवं भीआइपी के लिए बनाये गये बैरिकेटिंग के आम लोग घुसने लगे. भीड़ इतनी बढ गयी कि लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा था. एक तरफ पब्लिक ठेल रही थी तो दूसरी ओर पुलिस के जवान बांस बल्ला को अपनी जोर से रोके हुये थे. जरा सी चूक होती तो पता नहीं भीड़ मोदी के सभास्थल के पास पहुंच जाता. लोग जल्द ही भाषण के खत्म होने का इंतजार करने लगे और पीएम का भाषण खत्म होने का इंतजार करने लगे और पीएम का भाषण समाप्त होते ही राहत का सांस लिया.
लोगों ने फेंकी कुर्सियां : एक ओर प्रधानमंत्री मंचासीन हो रहे थे उसी समय अचानक कार्यकर्ताओं में अफरातफरी मच गयी. लोग धक्कमुक्की करने लगे. इस दौरान डी एरिया में कुर्सियां फेंकी जाने लगी. काफी देर तक इस तरह का हंगामा होता रहा. पीएम के भाषण शुरू होने के बाद भीड़ कुछ शांत हुई लेकिन डी एरिया के पास भीड़ इतनी बढ गयी कि कई लोग बेहोश तक हो गये. लोगों की जान मुश्किल में आने लगी.
कई बिछड़े, बाइक की चोरी
बेगूसराय के उलाव हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण शुरू होने से पहले ही एक महिला बेहोश हो गयी. प्रचंड गरमी से वह भीड़ में ही लुढ़क गयी. वहीं कई बच्चे परिजन से बिछुड़ गये. सहुरी की पुत्री शिवानी, विशनपुर का अनमोल, केशावे का संजय परिजन से बिछुड़ गये थे. वहीं मकरदही निवासी राजीव की बाइक चोरी होने की सूचना है.