प्रतिभागी नहीं होने वाले एचएम को नोटिस
समस्तीपुरः पूरे ताम झाम के साथ विगत दिनों हुए इंस्पायर्ड अवार्ड समारोह का समापन तो हो गया, लेकिन यह केवल खानापूर्ति ही बनकर रह गया. इस समारोह में जो रोचक माडल प्रस्तुत किये गये, उसमें अधिकांश में नवीनता नहीं दिखी. इस प्रदर्शनी ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा को नयी उड़ान देने में रुचि […]
समस्तीपुरः पूरे ताम झाम के साथ विगत दिनों हुए इंस्पायर्ड अवार्ड समारोह का समापन तो हो गया, लेकिन यह केवल खानापूर्ति ही बनकर रह गया. इस समारोह में जो रोचक माडल प्रस्तुत किये गये, उसमें अधिकांश में नवीनता नहीं दिखी.
इस प्रदर्शनी ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा को नयी उड़ान देने में रुचि नहीं ली जा रही है. जानकारी के अनुसार, सरकारी स्तर पर इंस्पायर्ड अवार्ड को बेहतर बनाने और नयी प्रतिभा को तराशने के लिए मध्य विद्यालय व हाइस्कूल को प्रति विद्यालय पांच हजार की राशि उपलब्ध करायी जाती है, ताकि छात्रों को विज्ञान की नयी तकनीक की जानकारी देते हुए नवीन मॉडल तैयार कराया जा सक़े ताकि प्राथमिक स्तर पर ही छात्रों में नयी सोच के साथ साथ वैज्ञानिक कला की क्षमता विकसित हो सक़े गत दिनों शहर के तिरहुत एकेडमी में आयोजित इंस्पायर्ड अवार्ड में भाग लेने में विद्यालयों ने कोई खास रुचि नहीं दिखाई़,जहां प्रथम दिन समस्तीपुर अनुमंडल के 236 में से मात्र 105 विद्यालयों ने ही भाग लिया.
दूसरे दिन भी अन्य प्रखंडों के भी 236 मध्य और उच्च विद्यालयों को भाग लेना था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ़ जबकि समापन के दिन शत प्रतिशत विद्यालय ने हिस्सा लिया. बताते चले कि अंतिम दिन आरडीडी का निरीक्षण कार्यक्रम था. बताते चलें कि इंस्पायर्ड अवार्ड में जिले के 760 मध्य और उच्च विद्यालयों को हिस्सा लेना था. सौ विद्यालयों ने अवार्ड में शामिल होने के लिए मिली राशि को लौटा दिया था. वहीं बचे 660 विद्यालयों ने भी अपनी शत प्रतिशत उपस्थिति नहीं दर्ज कराया. डीपीओ माध्यमिक शिक्षा वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि इंस्पायर्ड अवार्ड में स्कूली बच्चों में नयी प्रतिभा तराशने का काम है. इसके लिए प्रति विद्यालय 5 हजार की राशि उपलब्ध करायी जाती है. अवार्ड में शामिल नहीं होने वाले प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने पर संबंधित प्रधान शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी.