सज गये घाट, व्रती आज देंगे अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ

समस्तीपुर : लोक आस्था का महापर्व छठ का उत्साह चरम पर पहुंच गया है. नहाय खाय के बाद सोमवार को व्रतियों ने खरना का उपवास रखा. सुबह किरण फूटने के साथ छठ व्रतियों ने अन्न जल त्याग दिया. पूरे दिन शुचिता के साथ नेम छेम का ध्यान रखा. मान्यताओं के अनुरुप व्रतियों ने रुई का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2015 5:10 AM

समस्तीपुर : लोक आस्था का महापर्व छठ का उत्साह चरम पर पहुंच गया है. नहाय खाय के बाद सोमवार को व्रतियों ने खरना का उपवास रखा. सुबह किरण फूटने के साथ छठ व्रतियों ने अन्न जल त्याग दिया. पूरे दिन शुचिता के साथ नेम छेम का ध्यान रखा.

मान्यताओं के अनुरुप व्रतियों ने रुई का स्पर्श त्यागे रखा. ठंड से निजात के लिए कंबल का सहारा लिया. जब तक व्रत जारी रहेगा रुई का स्पर्श नहीं करेंगे. जमीन पर बैठना और वहीं सोने की परंपरा भी कई व्रती महिलाएं करती है. खरना उपवास के बावजूद व्रतियों के साथ साथ श्रद्धालु घर घर तैयारी में व्यस्त रहे.
शाम ढलने के बाद व्रती महिलाएं स्नान करने के बाद खरना का प्रसाद बनाने में जुट गयी. इसके लिए मिट्टी के तैयार चूल्हे को जला कर उस पर अरवा चावल व दूध से खीर पकाया. चक्की में खुद से पीस कर तैयार आंटे की रोटी बनायी. इसके बाद स्नान कर रौना मैया को प्रसाद चढाया. बंद कमरे में खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रतियों ने जल ग्रहण किया.

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