समस्तीपुर : नगर परिषद के मुख्य पार्षद अर्चना देवी के द्वारा उप मुख्य पार्षद पर लगे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर होने वाली विशेष बैठक की तिथि निर्धारित होने के उपरांत पूर्व में किंग मेकर की भूमिका अदा करने वाले पार्षद अब उप मुख्य पार्षद की कुर्सी पर काबिज होने के लिए जोड़ तोड़ की राजनीति शुरू कर दी है.
29 पार्षदों वाले सदन में 15 महिला पार्षदों के पतियों को अपने पाले में गोलबंद करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रलोभनों का दौर जारी है. इसमें ऐसे पार्षदों को भी शामिल किया गया है जो नगर परिषद से जुड़े योजनाओं के चयन में अपनी अहम भूमिका अदा करते हैं. वहीं नगर परिषद की राजनीति धीरे धीरे तीन गुटों में बट चुकी है. पक्ष विपक्ष के अलावा तीसरा गुट मुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव लगाने के लिए विपक्षी खेमे को सशर्त समर्थन देने की बात कह कुर्सी पाने की राजनीति में जुटा है.
हालांकि कोई भी खेमा अपने पत्ते खोलने से पहले कुछेक विश्वासघातियों को इसकी भनक नहीं लगने देना चाहती है. आगामी 10 दिसंबर को नगर भवन में उप मुख्य पार्षद पर लगे अविश्वास प्रस्ताव के दौरान बैठक के उपरांत होने वाले वोटिंग प्रक्रिया पर सभी की नजरें टिकी हैं. वोटिंग से पहले मुख्य पार्षद के विरोध में हो रही राजनीति पर भी अंतिम फैसला लिया जा सकता है.