28 अक्टूबर को लगा था अविश्वास

समस्तीपुर : 28 अक्टूबर को सदन के दस पार्षदों ने उपमुख्य पार्षद सुजय कुमार पर कर्मचारियों की मिली भगत से योजनाओं में धांधली करने व बिना बोर्ड के सहमति से ही एनजीओ को भुगतान करने से संबंधित आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लगाया था. इस अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र सुमन एवं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2015 4:36 AM

समस्तीपुर : 28 अक्टूबर को सदन के दस पार्षदों ने उपमुख्य पार्षद सुजय कुमार पर कर्मचारियों की मिली भगत से योजनाओं में धांधली करने व बिना बोर्ड के सहमति से ही एनजीओ को भुगतान करने से संबंधित आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लगाया था. इस अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र सुमन एवं दंडाधिकारी सह सीओ समीर कुमार सुमन की अगुवाई में पुलिसिया सुरक्षा व्यवस्था के बीच पार्षदों की बैठक बुलाई गयी थी.

जहां गुप्त मतदान कराया गया. इस गुप्त मतदान में उपमुख्य पार्षद के पक्ष में 10 मत पड़े वहीं विपक्ष में 15 पार्षदों ने मत गिराया. दो वोट खारिज कर दिये गये. वहीं वार्ड नौ के पार्षद विश्वनाथ साह एवं वार्ड तीन की पार्षद सीता देवी ने इस अविश्वास प्रस्ताव की गुप्त मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं ली. मतदान के बाद दस पार्षदों ने मुख्य पार्षद पर भी अविश्वास प्रस्ताव लगा दिया है. हालांकि इस पर बाद में निर्णय होना है

लेकिन नगर परिषद की राजनीति एक बार फिर गरमा गयी है. गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव की बैठक में ईओ एवं दंडाधिकारी के अलावे मुख्य पार्षद अर्चना देवी, उप मुख्य पार्षद सुजय कुमार, पार्षद विश्वनाथ साह, अरुण प्रकाश, मनोज कुमार जायसवाल, राजू शर्मा, मीरा गुप्ता, टेक नारायण महतो, शैलेश कुमार, सीता देवी सहित सभी पार्षद मौजूद थे.

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