काले कपड़ों में लपेटकर रखना होगा मांस

समस्तीपुर : राह चलते हुये स ड़क किनारे मांस मछली की दुकानों को देख एक बार तो लोग जरूर मुंह फेर लेते हैं. मगर यह दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुकी है़ विशेषकर छोटे छोटे बच्चें रोजाना स्कूल जाते वक्त ऐसे नजारे से दो चार होते हैं. उनके छोटे बालमन पर इसका क्या असर हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 4:22 AM

समस्तीपुर : राह चलते हुये स ड़क किनारे मांस मछली की दुकानों को देख एक बार तो लोग जरूर मुंह फेर लेते हैं. मगर यह दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुकी है़ विशेषकर छोटे छोटे बच्चें रोजाना स्कूल जाते वक्त ऐसे नजारे से दो चार होते हैं. उनके छोटे बालमन पर इसका क्या असर हो रहा है़

इससे वाकिफ दुकानदार ताजा मांस का हवाला देते हुये पशुओं के शरीर को टांगे रहते हैं. मांस मछली की दुकानों को लेकर नगर विकास व आवास विभाग ने नगर परिषद व नगर पंचायतों को ऐसे मांस व मुर्गे बेचने वाले दुकानों को नियंत्रित व व्यवस्थित करने का आदेश दिया है़ खुले व सार्वजनिक स्थलों पर मांस और मुर्गा के काटने पर रोक लगा दी है़

जगह जगह खुले में बिक रही मांस, मछली
शहर का ताजपुर रोड हो या गुदरी बाजार ऐसे कई जगह मिल जायेंगे जहां मांस, मछली की बिक्री खुले में की जा रही है़ कई जगहों तक इनके शरीर के हिस्से को दुकानदार सड़कों पर ही फेंक देते हैं. इन रास्तों से गुजरने वाले लोग एक बार तो जरुर यहां के हालात पर आंह भर लेते है़ इनके फेंके हुये अवशेष की सरांध से राहगीर परेशान रहते है़ ऐसे कई जगहों पर तो दुकानदार सड़कों का अतिक्रमण कर छोटी सी दुकान को देखते देखते बड़ा बना लेते हैं.

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