कदम-कदम पर है मौत का कुआं

समस्तीपुर : अगर काशीपुर जा रहे हैं तो हो जायें सावधान, क्योंकि इस मोहल्ले की कई सड़कों पर कदम-कदम पर बना है झड़खा जो सीधे आपको सड़े गले कचरों एवं गंदे पानी से बजबजाते नाले में डुबो देगा फिर आप सीधे अस्पताल पहुंच जायेंगे. अगर आपको इन सड़कों की जानकारी नहीं है तब तो और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2016 4:46 AM

समस्तीपुर : अगर काशीपुर जा रहे हैं तो हो जायें सावधान, क्योंकि इस मोहल्ले की कई सड़कों पर कदम-कदम पर बना है झड़खा जो सीधे आपको सड़े गले कचरों एवं गंदे पानी से बजबजाते नाले में डुबो देगा फिर आप सीधे अस्पताल पहुंच जायेंगे.

अगर आपको इन सड़कों की जानकारी नहीं है तब तो और चौकन्ने रहना पड़ेगा. क्योंकि यह दूर से आपको दिखायी भी नहीं पड़ेगा जिस कारण आप इसमे गिरकर गंभीर रूप से चोटिल भी हो सकते हैं.
यह विकट स्थिति सड़कों के बीचोबीच बने नालों पर डाले गये स्लैब के टूट जाने के कारण उत्पन्न हुई है. मोहल्ले के लोग महीनों से परेशान हैं. अक्सर रात को लोग इसमें गिरकर चोटिल हो जाते हैं. खासकर बाइक एवं कार चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बाइक सवार तो इधर-उधर से किसी तरह निकल भी जाते हैं लेकिन कार चालक काफी कठिनाइयों से या यूं कहें कि जान हथेली पर रख कर ही उन रास्तों से गुजरते हैं.
इन सड़कों की खराब है स्थिति : काशीपुर स्थित वार्ड संख्या 5 से लेकर वार्ड संख्या 11 तक के कई सड़कों के नालों का महीनों से स्लैब टूटा पड़ा है. लेकिन नगर प्रशासन बेखबर है. मोहल्लेवासी स्थानीय वार्ड सदस्यों को कहते हैं तो उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. खासकर वार्ड संख्या 5 में तिरहुत एकेडमी के पीछे से गुजरने वाली सड़क, आरएसबी इंटर महाविद्यालय रोड से 11 नंबर वार्ड की मसजिद वाली गली से होते हुए वार्ड संख्या 8 एवं 9 होते हुए बीएड कॉलेज को जाने वाली सड़क तक दर्जनों स्थानों पर नालों का स्लैब टृट कर नाले में ही गिर गया है. इसके अलावे वार्ड संख्या 29 में भी कई स्थानों नालों के स्लैब टूट गये हैं
लेकिन नगर प्रशासन इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं दे रही है. इनमें से कुछ सड़कें वर्ष 2014-15 में बनी थी जबकि अधिकांश सड़कें वित्तीय वर्ष 2011-12 की बनी हुई है. वार्ड संख्या 29 के वार्ड सदस्य अरुण प्रकाश का कहना है कि स्लैब के टूट जाने की सूचना इन्होंने कई मर्तबा नगर प्रशासन को दी है. नगर प्रशासन अगर चाहे तो इन स्लैबों को तत्काल कोटेशन निकालकर ठीक करवा सकती है लेकिन इस ओर पता नहीं क्यों ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

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