सरकार हटी, रेलवे बनाएगा पुल
सुविधा. आरओबी की जगह पुराने पुल का होगा जीर्णोद्धार रेल यात्रियों की सुविधा के िलये रेलवे ने पुल निर्माण करने का जिम्मा अपने हाथों में ले लिया है. समस्तीपुर : रेलवे का भारी भड़कम बजट देख राज्य सरकार पुल निर्माण से पीछे हट गयी है. राज्य सरकार के पीछे हटने से शहर के मालगोदाम चौक […]
सुविधा. आरओबी की जगह पुराने पुल का होगा जीर्णोद्धार
रेल यात्रियों की सुविधा के िलये रेलवे ने पुल निर्माण करने का जिम्मा अपने हाथों में ले लिया है.
समस्तीपुर : रेलवे का भारी भड़कम बजट देख राज्य सरकार पुल निर्माण से पीछे हट गयी है. राज्य सरकार के पीछे हटने से शहर के मालगोदाम चौक से माधुरी चौक के बीच आरओबी का निर्माण अधर में लटक गया है.
अब रेलवे अपने खर्च पर पुराने पुल का जीर्णोद्धार करायेगी. इसके लिए मंडल रेल प्रशासन ने निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पुल के निर्माण पर करीब एक करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. पुल के बन जाने से पैदल यात्री के अलावा बाइक सवार भी आवाजाही कर सकेंगे. जिससे शहर में जाम की समस्या कम होगी.
डीआरएम सुधांशु शर्मा ने कहा कि निविदा की प्रक्रिया खत्म होते ही पुल का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा. रेलवे सूत्रों ने बताया कि करीब आठ वर्ष पूर्व रेलवे ने पुल को कंडम घोषित कर पुल को बंद कर दिया था. पुल निर्माण संघर्ष समिति के वर्षों से जारी आंदोलन को देखते हुए राज्य सरकार ने उक्त पुल के स्थान पर आरओबी बनाने के लिए रेलवे को एक प्रस्ताव भेजा था. जिससे लोगों को लगा था कि अब यहां पर पुल बन जाएगा. पुल के बन जाने से शहर के लोगों को जाम से मुक्ति मिल जाती. करीब दो वर्ष पूर्व तत्कालीन सांसद ने आरओबी का शिलान्यास तक किया था.
क्यों पीछे हट गयी राज्य सरकार
राज्य सरकार के प्रस्ताव पर रेलवे ने करीब डेढ़ अरब की कार्य योजना बनायी. रेलवे प्रशासन का कहना था कि चुकी जहां पर पुल बनाने की बात की जा रही है. वहां रेलवे गुमटी नहीं है. पूरा का पूरा पुल यार्ड में बनेगा. रोड ओवर ब्रिज बनने से रेलवे के कई कार्यालय व कर्मचारियों के क्वार्टर को तोड़ना पड़ेगा. जिसके निर्माण पर खर्च होनी वाली राशि राज्य सरकार को देनी होगी. इतनी बड़ी रकम राज्य सरकार देने को तैयार नहीं हुई. राज्य सरकार के पीछे हट जाने से अब रेलवे अपने स्तर से पुल का निर्माण करायेगा.