स्कूली बच्चियों पर कुत्तों का हमला, एक की मौत

समस्तीपुर : जिले के रोसड़ा थाने के हिरनिया गांव में शुक्रवार सुबह स्कूल जा रही छात्राओं को कुत्तों ने हमला बोल दिया. ग्रामीणों के सहयोग से परिजनों ने बच्चियों को सदर अस्पताल मे भर्ती कराया. बच्चियों की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने डीएमसीएच रेफर कर दिया. डीएमसीएच ले जाने के दौरान रास्ते में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2016 1:40 AM

समस्तीपुर : जिले के रोसड़ा थाने के हिरनिया गांव में शुक्रवार सुबह स्कूल जा रही छात्राओं को कुत्तों ने हमला बोल दिया. ग्रामीणों के सहयोग से परिजनों ने बच्चियों को सदर अस्पताल मे भर्ती कराया. बच्चियों की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने डीएमसीएच रेफर कर दिया. डीएमसीएच ले जाने के दौरान रास्ते में ही रूपम कुमारी की मौत हो गयी, जबकि आंचल का उपचार चल रहा है. जख्मी बच्चियां गांव के ही प्राथमिक स्कूल के कक्षा-एक की छात्राएं हैं.

घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि रूपम सुबह गांव के अन्य बच्चों के साथ स्कूल जा रही थी कि गाछी के पास आधा दर्जन से अधिक कुत्तों ने बच्चियों को घेर लिया और उन पर टूट पड़े. कुछ बच्चे गांव की ओर भागे और इसकी सूचना दी. गांव से जब तक लोग पहुंचते, तब तक कुत्तों ने मनोज पासवान की पुत्री रूपम कुमारी व ललन पासवान की पुत्री आंचल कुमारी को गंभीर रूप से जख्मी कर िदया था.
एक अन्य बच्ची को भी कुत्तों ने काट कर घायल कर दिया. ग्रामीण खून से लथपथ तीनों बच्चियों को प्राथमिक उपचार के
स्कूली बच्चियों पर
बाद सदर अस्पताल ले गये. गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने रूपम व आंचल को डीएमसीएच रेफर कर दिया. रास्ते में ही रूपम की मौत हो गयी. परिजनों ने सदर अस्पताल में जख्मी बच्चियों का सही से उपचार नहीं करने का आरोप लगाया है.
परिजनों का कहना था कि उपचार के बदले डॉक्टर रेफर कर बच्चियों को ले जाने के लिए कह रहे थे.
अगर एक जगह रख कर इलाज किया जाता, तो बच्ची की जान बच सकती थी. हालांकि डॉक्टरों का कहना था कि ऐसी स्थिति में सिर्फ प्राथमिक उपचार ही संभव है. कुत्ता काटने से हुए जख्म पर टांका नहीं लगाया जा सकता है. जख्म को सिर्फ साफ कर दवा लगायी जाती है.

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