लापरवाही. सदर अस्पताल में मरीजों की जान से खिलवाड़
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ऑक्सीजन सिलेंडरों में नहीं लगे हैं मीटर
लापरवाही. सदर अस्पताल में मरीजों की जान से खिलवाड़ समस्तीपुर : सदर अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों के परिजन सावधान हो जायें. अगर आपके मरीज को ऑक्सीजन लगी है तो और भी सर्तक रहें. अस्पताल का ऑक्सीजन सिलेंडर कब खत्म हो जायेगा इसका कर्मियों को पता भी नहीं चलेगा. ऐसी स्थिति में मरीजों की […]
समस्तीपुर : सदर अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों के परिजन सावधान हो जायें. अगर आपके मरीज को ऑक्सीजन लगी है तो और भी सर्तक रहें. अस्पताल का ऑक्सीजन सिलेंडर कब खत्म हो जायेगा इसका कर्मियों को पता भी नहीं चलेगा. ऐसी स्थिति में मरीजों की जान भी जा सकती है.
चुकी अदर अस्पताल को उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेंडरों में मीटर नहीं लगे हैं. इससे यह पता नहीं चलता कि सिलेंडर में ऑक्सीजन है अथवा नहीं. हाल ही में ऑक्सीजन खत्म सिलेंडर मरीज को लगाने का मामला उजागर होने पर मरीजों के परिजनों ने हंगामा किया था. चुकी मरीज की मौत हो गयी थी.
जानकारी अनुसार, सदर अस्पताल के इमरजेंसी में तीन भरा ऑक्सीजन सिलेंडर हमेशा उपलब्ध रखने का निर्देश है. निर्देशनुसार इमरजेंसी में सिलेंडर उपलब्ध भी रहता है. लेकिन इन सिलेंडरों में ऑक्सीजन मापने के लिए मीटर नहीं है. इससे सिलेंडर में ऑक्सीजन है अथवा नहीं यह जानकारी कर्मियों को नहीं हो पाती. कर्मी ऑक्सीजन की उपलब्धता की जानकारी के लिए पानी में पाइप लगाकर बुलबुला से अंदाजा लगाते हैं.
पानी के बुलबुले से करते हैं सिलेंडर में ऑक्सीजन की जांच
कर्मी पानी में पाइप रख कर बुलबुल से जांच करते हैं कि सिलेंडर में ऑक्सीजन है अथवा नहीं. हालांकि, उन्हें यह पता नहीं चल पाता कि सिलेंडर में कितनी ऑक्सीजन बची है. हाल ही में बुलबुले को देख कर एक प्रोफेसर को ऑक्सीजन लगा दी गयी थी लेकिन ऑक्सीजन खत्म थी. फलस्वरूप मरीज की मौत हो गयी थी. बाद में मामला उजागर होने पर मरीज के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा भी किया था.
ऑक्सीजन कब खत्म होगी कर्मी को नहीं चलता पता
हाल ही में खाली सिलेंडर लगाने पर हुई थी मरीज की मौत
ऑक्सीजन सिलेंडर में मीटर नहीं रहने से कर्मियों को होती है दिक्कत
ऑक्सीजन सिलेंडर में लगा रहना चाहिए मीटर
कर्मियों ने बताया कि मरीज की मौत के बाद कुछ दिनों तक मीटर युक्त सिलेंडर उपलब्ध कराया जाता था, लेकिन कुछ दिनों से बिना मीटर युक्त सिलेंडर दिया जा रहा है. इससे कर्मियों को दिक्कत हो रही है. मीटर नहीं रहने से ऑक्सीजन खत्म होने की जानकारी नहीं मिल पाती है. ऐसी स्थिति में घटना की पूर्णावृत्ति हो जाये तो आर्श्चय की बात नहीं होगी. नियमत: सभी ऑक्सीजन सिलेंडर में मीटर लगा होना चाहिए.
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