दलसिंहसराय में पीकआवर में नहीं रहती बिजली
दलसिंहसराय : बिजली की आंखमिचौनी से इन दिनों विद्युत उपभोक्ता परेशान व लाचार बने हैं. यहां शेडिंग पर आपूर्ति चल रही है. सामान्यत: 24 घंटों में दर्जनों बार बिजली आपूर्ति बंद कर दिये जाने से उपभोक्ता घंटों बिजली आने के इंतजार में टकटकी लगाये रहते हैं. भीषण गरमी के मारे बेहाल उपभोक्ताओं को पंखे की […]
दलसिंहसराय : बिजली की आंखमिचौनी से इन दिनों विद्युत उपभोक्ता परेशान व लाचार बने हैं. यहां शेडिंग पर आपूर्ति चल रही है. सामान्यत: 24 घंटों में दर्जनों बार बिजली आपूर्ति बंद कर दिये जाने से उपभोक्ता घंटों बिजली आने के इंतजार में टकटकी लगाये रहते हैं. भीषण गरमी के मारे बेहाल उपभोक्ताओं को पंखे की हवा भी घंटों नसीब नहीं हो पाती़
मगर विभागीय अधिकारियों को बहानेबाजी के सिवा कोई और जवाब नहीं सूझती व आपूर्ति कम होने का बहाना बना कर अपने कर्तव्य की इतिश्री मान लेते हैं. उपभोक्ताओं का कहना है कि विभाग जहां 24 घंटे बिजली आपूर्ति की बात कहता है़ वहीं क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पूरे चौबीस घंटों में महल 12 से 14 घंटे ही उपभोक्ताओं को नसीब होती है़ इसमें भी कई बार काट कर आपूर्ति किये जाने से लोग परेशान बने रहते हैं.
इतना ही नहीं, शाम के समय छह बजे से दस बजे रात्रि में पीक आवर में भी कई बार विद्युत आपूर्ति बंद कर दिये जाने से बच्चों की पढ़ाई जहां बाधित रहती है, वहीं घरेलू कामों में भी लोगों की फजीहत होती है़ शहरी क्षेत्र में तो जेनेरेटर संचालकों को विभाग अप्रत्यक्ष रूप से विद्युत आपूर्ति बंद कर लाभ पहुंचाता है. इस कारण लोग जेनेरेटर सुविधा का उपभोग शहरी क्षेत्र में कर लेते हैं. मगर ग्रामीण इलाकों में लोग शाम ढ़लते ही लालटेन युग में जीने को विवश होते हैं.
शायद विभाग को इससे कोई लेना-देना नहीं रहा़ उपभोक्ताओं ने यह भी कहा कि अगर विभाग विद्युत बिल वसूलने में मुस्तैदी तो दिखाता है लेकिन बिजली देने में कंजूसी करता है़ यह व्यवस्था नहीं सुधरी तो उपभोक्ता इसको लेकर आंदोलन को बाध्य होंगे़
विद्युत आपूर्ति : 18 घंटे विभाग के मुताबिक, 12-14 घंटे उपभोक्ता के मुताबिक
चौबीस घंटों में दर्जनों बार काटी जाती है बिजली की आपूर्ति
पीक आवर में भी घंटों करना पड़ता है बिजली का इंतजार
15 मेगावाट बिजली चाहिए
क्षेत्र में कम विद्युत मिलने की वजह से कम आपूर्ति उपभोक्ता को मिल पा रही है़ 15 मेगावाट बिजली कम से कम चाहिये, लेकिन आठ से दस मेगावाट की आपूर्ति मिलने से दिक्कत आ रही है़ इसलिए शेडिंग कर आपूर्ति की जा रही है़ बिजली की आपूर्ति बढ़ने पर उपभोताओं को अधिक बिजली मिल सकेगी़ इसके लिये प्रयास किया जा रहा है़
जय प्रकाश सिंह, कार्यपालक अभियंता परियोजना, विद्युत विभाग