कोसी में समा जायेगा फनगो हॉल्ट!
पानी के बहाव का बढ़ा दबाव, पहुंचे मुख्य अभियंता समस्तीपुर : समस्तीपुर-सहरसा रेलखंड पर स्थित फनगो हॉल्ट पर कोसी नदी का दबाव और बढ़ गया है. नदी की धारा कटाव कर रेलवे लाइन के करीब पहुंच गयी है. कोसी के 47 नंबर पुल पर भी दबाव बढ़ गया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए […]
पानी के बहाव का बढ़ा दबाव, पहुंचे मुख्य अभियंता
समस्तीपुर : समस्तीपुर-सहरसा रेलखंड पर स्थित फनगो हॉल्ट पर कोसी नदी का दबाव और बढ़ गया है. नदी की धारा कटाव कर रेलवे लाइन के करीब पहुंच गयी है. कोसी के 47 नंबर पुल पर भी दबाव बढ़ गया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर तैनात इंजीनियरों ने मुख्यालय को त्राहिमाम संदेश भेजा है. इस बीच पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य अभियंता (पुल) ब्रह्मेश्वर चौधरी ने गुरुवार को मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. मंडल के अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य और तेज करने का निर्देश दिया.
प्रभात खबर ने गुरुवार के अंक में फनगो हॉल्ट के पास कोसी के कटाव की खबर प्रकाशित की थी. रेलवे के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्थल निरीक्षण
कोसी में समा
किया है. रेलवे सूत्रों ने बताया कि आज कोसी ने और कटाव किया है. धारा हॉल्ट व रेलवे लाइन से महज दस से 12 मीटर की दूरी पर बह रही है. हालांकि, इंजीनियरों का कहना है कि धारा 20 मीटर दूरी पर है. मुख्य अभियंता के साथ निरीक्षण कर रहे मंडल के सीनियर डीइएन को-ऑर्डिनेशन महबूब आलम ने बताया कि कटाव की हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है. हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि नदी के कटाव के वेग से लगता है कि नदी अपनी पुरानी धारा की ओर लौट रही है. अगर ऐसा होता है, तो हॉल्ट व रेलवे लाइन कोसी में बह जायेगी.
रेलवे लाइन के करीब पहुंची कोसी की धारा
रेलवे लाइन की ओर तेजी के साथ बढ़ रही है कोसी नदी की धारा.
तैनात इंजीनियरों ने मंडल मुख्यालय को भेजा त्राहिमाम संदेश
प्रभात खबर ने गुरुवार के अंक
में छापी थी खबर
कटाव का वेग यही रहा, तो मिट जायेगा हॉल्ट का नामोनिशान
पुरानी धारा की ओर लौट रही कोसी
करीब 11 साल पहले आमान परिवर्तन के दौरान कोसी नदी के 46 नंबर पुल के पास धारा को गाइड बांध बनाकर मोड़ दिया गया था. यह अंगरेजों के जमाने में बनाया गया था. पुल 22 पाये का था. साथ ही रेलवे लाइन का निर्माण कर नया पुल 47 नंबर बनाया गया था. अभियंताओं ने बताया कि इस बार कोसी का कटाव बंद 46 नंबर पुल के पास हो रहा है. माना जा रहा है कि कोसी अपनी पुरानी धारा की ओर लौटना चाहती है. बेहतर उपाय नहीं किया गया, तो भारी तबाही होगी. हॉल्ट के साथ-साथ रेलवे लाइन भी नदी में समा सकती है.