रामनगर में श्रद्धा से हो रही गणपति की पूजा
बजरंग गणपति पूजा समिति द्वारा रामनगर हनुमान मंदिर परिसर में हो रहा आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मेला में जुट रही भीड़ समस्तीपुर : शहर से सटे मथुरापुर रामनगर हनुमान मंदिर परिसर में बड़े ही धूमधाम एवं श्रद्धा के साथ भगवान गणेश की पूजा की जा रही है. पांच दिनों तक चलने वाले इस गणपति पूजा […]
बजरंग गणपति पूजा समिति द्वारा रामनगर हनुमान मंदिर परिसर में हो रहा आयोजन
सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मेला में जुट रही भीड़
समस्तीपुर : शहर से सटे मथुरापुर रामनगर हनुमान मंदिर परिसर में बड़े ही धूमधाम एवं श्रद्धा के साथ भगवान गणेश की पूजा की जा रही है. पांच दिनों तक चलने वाले इस गणपति पूजा का आयोजन बजरंग गणपति पूजा समिति द्वारा पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है. पूजा समिति के दलपति गणेश राउत उर्फ गोपी जी ने बताया कि इस पूजनोत्सव में गणपति पूजा समिति के साथ-साथ समस्त स्थानीय लोगों का पूर्ण सहयोग होता है.
इसलिए पूजा में बृहत रूप से मेला का सफल आयोजन भी हो पाता है. काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ यहां भगवान गणेश की पूजा के लिए पहुंचते हैं. मेला में लगातार चार दिनों तक रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है. मंगलवार की रात भोजपुरी एलबम के गायकों की प्रस्तुति ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया था. इसके अलावा बच्चों एवं महिलाओं के लिए भी मेला में बृहत प्रबंध किये गये हैं. मेले में मीना बाजार, टावर झूला, नाव झूला, थ्री इन वन झूला, घोड़ा झूला के साथ-साथ और भी मनोरंजन के बहुत साधन उपलब्ध है. इस पूजनोत्सव को सफल बनाने में शंकर राम, बसंत कुमार पूर्वे, पवन कुमार, अजीत कुमार, गौतम कुमार, राजेश कुमार, दीपक राम सहित पूजा समिति के दर्जनों कार्यकर्ता एवं स्थानीय लोगों का अहम योगदान है.
खानपुर >> वाहन चेकिंग में कई पकड़ाये
थाना क्षेत्र के इलमासनगर पेट्रोल पंप के समीप समस्तीपुर-बहेड़ी मुख्य पथ पर खानपुर थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार विद्याकर के नेतृत्व में पुलिस ने सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया. इस अभियान के दौरान कई बाइक चालकों को बिना कागजात एवं बिना हेलमेट वाहन चलाने के आरोप में पकड़ा गया. पुलिस ने तत्काल उनके कागजातों की जांच के बाद नियमानुकूल फाइन काट भी काटा. चेकिंग के दौरान कई वाहनों को कागजात नहीं रहने की स्थिति में थाने पर लाया गया और उनके मालिकों को कागजात उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. कागजात उपलब्ध कराने के बाद उन्हें फाइन काट कर मुक्त कर दिया गया.