समस्तीपुर से अभय
समस्तीपुर : : राजबल्लव यादव को एक दलित लड़की से प्रेम विवाह करना महंगा पड़ा. विद्यापति धाम मंदिर में शादी कर जब वह गांव पहुंचा तो घर और समाज के लोग उसके विरोधी हो गये. पहले तो लोगों ने नव दंपती की पिटाई कर दी. नवविवाहिता को गांव से भगाने का आदेश दिया लेकिन जब राजबल्लव ने ऐसा करने से इंकार किया तो पंचायत कर नव दंपती को गांव निकाला का तालिबानी फरमान सुना दिया. मामला जिले के मोहिउद्दीननगर थाने के कुरसाहा गांव का है. नव दंपती सोमवार को समस्तीपुर में डीआईजी सुकन पासवान से मिलकर आपबीती सुनाई है. डीआईजी ने स्थानीय पुलिस पदाधिकारी को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है.
प्रेम विवाह की मिली सजा
घटना के संबंध में नवदंपति राजबल्लव यादव व विभा देवी ने बताया कि दोनों ने गत 27 अगस्त को विद्यापति धाम मंदिर में प्रेम विवाह किया. शादी के बाद राजबल्लव विभा को अपने साथ अपने घर कुरसाहा ले गया. विभा मोहिउद्दीननगर बाजार की रहने वाली है. विभा ने आरोप लगाया है कि कुरसाहा पहुंचे ही राजबल्लव के गांव के लोगों ने पहले विभा गांव से बाहर करने को कहा. जब राजबल्लब ने विभा को गांव से बाहर करने से इंकार किया तो गांव वालों ने पहले दोनों की पिटाई कर दी.
गांव वालों ने सुनाया फरमान
जानकारी के मुताबिक गांव वालों ने बाद में राजबल्लब को बांध दिया. यह किसी प्रकार जान बचाकर स्थानीय थाना पहुंची तो पुलिस ने भी मदद नहीं की. बाद में राजबल्लब किसी तरह गांव से भाग कर आया तो दोनों पटना चले गये. 23 सितंबर को दोनों पुन: लौटे तो गांव के लोगों ने पंचायत कर दोनों को घर छोड़ने का फरमान जारी किया है. आरोप है कि दोनों को लोगों ने मारपीट करते हुए गांव से बाहर कर दिया. आवेदन में नव दंपती ने गांव के 15 लोगों को किया है आरोपित किया है.