अनशन पर बैठे चििकत्सक.
समस्तीपुर : वेतन भुगतान नहीं होने से सदर अस्पताल के चिकित्सकों में उबाल आ गया है. उनके सब्र का पैमाना अब टूट चुका है. बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ के बैनर तले सदर अस्पताल के चिकित्सक सात दिवसीय क्रमवार अनशन पर बैठ गये हैं.
सोमवार को भासा के जिला सचिव डॉ एवी सहाय के नेतृत्व में ओपीडी के गेट पर बैठकर सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने अनशन शुरू किया. हालांकि, चिकित्सकों ने इस दौरान ओपीडी एवं इमरजेंसी के कार्य को प्रभावित नहीं होने दिया. इलाज के लिए पहुंचे मरीजों का चिकित्सकों ने अनशन स्थल पर ही इलाज किया. अनशन पर बैठे चिकित्सक डॉ सहाय के साथ-साथ डॉ बीपी राय, डॉ हेमंत सिंह, डॉ जयकांत पासवान, डॉ पुष्पा रानी, डॉ क्रांति कुमारी, डॉ प्रतिभा आदि का कहना था
कि चिकित्सकों का 13 महीने का वेतन लंबित है. इस वर्ष नौ महीने में मात्र दो महीने का ही वेतन दिया गया. वेतन भुगतान की मांग को लेकर वे कार्यालयों के चक्कर लगा कर थक चुके हैं. कई मर्तबा इसकी लिखित शिकायत सिविल सर्जन से लेकर जिलाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव व सरकार तक कर चुके हैं, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया. उसपर से सदर अस्पताल के वर्तमान उपाधीक्षक द्वारा चिकित्सकों का दोहन किया जा रहा है. ड्यूटी पर रहने के बावजूद अनुपस्थिति दिखा कर महिला चिकित्सकों का वेतन काट दिया है, जो कहीं से भी न्याय संगत नहीं है. डीएस डॉ एएन साही के विरुद्ध अनशन पर बैठे चिकित्सकों ने नारेबाजी भी की.
चिकित्सकों ने शाही को हटाना है, सदर अस्पताल को बचाना है का जमकर नारा लगाया. इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भासा के सचिव डॉ एभी सहाय ने आंदोलन की रूपरेखा को लेकर कहा कि 02 अक्तूबर तक बिना कार्य को बाधित किये चिकित्सक क्रमवार अनशन पर रहेंगे. इस दौरान अगर समस्या का हल नहीं निकाला गया तो 03 अक्तूबर से काम बंद कर अनशन शुरू किया जायेगा.