बरकु के निशाने पर थे अशोक व पूर्व प्रमुख विभा
गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने किया दोनों की हत्या की योजना का खुलासा एसटीएफ के हाथों गिरफ्तार बरकु से पुलिस अधीक्षक के सामने पुलिस कर रही पूछताछ पत्रकार विकास रंजन समेत कई कांडों में संलिप्तता स्वीकारी फरारी की स्थिति में जिला पुलिस ने इनाम के लिए भेजा था प्रस्ताव समस्तीपुर : राज्य एसटीएफ के […]
गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने किया दोनों की हत्या की योजना का खुलासा
एसटीएफ के हाथों गिरफ्तार बरकु से पुलिस अधीक्षक के सामने पुलिस कर रही पूछताछ
पत्रकार विकास रंजन समेत कई कांडों में संलिप्तता स्वीकारी
फरारी की स्थिति में जिला पुलिस ने इनाम के लिए भेजा था प्रस्ताव
समस्तीपुर : राज्य एसटीएफ के हत्थे चढ़ा जिले का कुख्यात बरकु यादव के निशाने पर थे मुखिया अशोक यादव व बिथाने के पूर्व प्रमुख विभा देवी. बरकु ने दोनों की हत्या की स्क्रप्टि तैयार कर ली थी. छठ के बाद दोनों की हत्या किसी भी दिन कर सकता था. पूछताछ के दौरान बरकु ने इसका खुलासा किया है. पुलिस अधीक्षक नवल किशोर सिंह ने बरकु के इस बयान की पुष्टि करते हुए बताया कि दो दिन पूर्व राज्य एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार किया था. इसके पास से एक देसी कट्टा के अलावा गोली व चाकू मिला है.
इस अपराधी पर रोसड़ा के पत्रकार विकास रंजन की हत्या के अलावा आधा दर्जन मामला जिले के विभिन्न थानों में दर्ज है. हालांकि, इसका अपराध क्षेत्र समस्तीपुर के अलावा सहरसा, खगड़िया व दरभंगा जिला रहा है. एसपी ने बताया कि इस अपराधी पर सरकार के पास इनाम के लिए प्रस्ताव भेजा था. हालांकि, अभी इसपर इनाम घोषित नहीं हो पाया था. एसपी ने बताया कि बरकु से पुलिस की विशेष टीम पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान बिथान के अलावा दरभंगा, सहरसा, खगड़िया के कई मामलों में भी इसने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
पत्रकार विकास रंजन समेत आधा दर्जन से अधिक हत्याकांडों में है आरोपित : पुलिस के अनुसार, बरकु यादव रोसड़ा के पत्रकार विकास रंजन की 2008 में हत्या के बाद चर्चा में आया था. इस अपराधी पर इसी वर्ष बिथान के व्यापार मंडल के अध्यक्ष वीरेंद्र यादव व एक अन्य युवक की हत्या में आरोपित था. इसके अलावा इस अपराधी पर 2013 में बिथान के पंकज व अमलेश यादव की हत्या में नाम आया था. पुलिस के अनुसार उक्त चर्चित कांडों के अलावा लूट, डाका समेत आर्म्स एक्ट के कई मामले इस पर दर्ज है.
सहरसा में किराये के मकान में रहता था बरकु : इन दिनों बरकु यादव सहरसा के पुरानी बाजार के पास किराये के मकान में रह कर संगठन की कमान संभाल रहा था. सूत्रों पर भरोसा करें तो वह दिवाली की खरीदारी के लिए घर से निकला था की एसटीएम के हत्थे चढ़ गया. पुलिस इसकी तलाश वीरेंद्र यादव की हत्या के बाद से कर रही थी, लेकिन इसकी गिरफ्तारी में सफल नहीं हो पा रही थी.