करेंसी एक्सचेंज में आइडी का खेल

एसबीआइ की मुख्य शाखा में दो दिनों तक और नहीं होगा एक्सचेंज समस्तीपुर : एक ही पहचान पत्र पर अगर फिर से नोट बदलने के लिए बैंक जा रहे हैं, तो यह विचार छोड़ दीजिए़ क्योंकि दोबारा जाने पर एक ही आइडी को सिस्टम एरर दिखाने लगे हैं. इस एरर की आड़ में कुछ निजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2016 3:33 AM

एसबीआइ की मुख्य शाखा में दो दिनों तक और नहीं होगा एक्सचेंज

समस्तीपुर : एक ही पहचान पत्र पर अगर फिर से नोट बदलने के लिए बैंक जा रहे हैं, तो यह विचार छोड़ दीजिए़ क्योंकि दोबारा जाने पर एक ही आइडी को सिस्टम एरर दिखाने लगे हैं. इस एरर की आड़ में कुछ निजी बैंक अपने व्यवसायी उपभोक्ता को एक से अधिक पहचान पत्र लेकर राशि अधिक से अधिक एक्सचेंज करने में जुटे हैं, वहीं एक से अधिक पहचान पत्र का वेरिफिकेशन करने की प्रक्रिया को भी ताक पर रख दिया जाता है.
इधर, आम ग्राहकों से बैंक अधिकारियों का कहते हैं कि 24 तक यही स्थिति रहेगी. इसके बाद ही ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. 500 और एक हजार के नोट बदलने को हुजूम उमड़ा रहा है़ चार दिन के अंदर ही बैंकों में लाखों लोग पहुंच चुके हैं. एक ही आइडी पर लोग बार-बार नोट बदलने आ रहे हैं, लेकिन बैंक कर्मियों ने जब आइडी फीड करनी चाहिए सिस्टम बार-बार एरर दिखाने लगा़ बैंक अधिकारी ने बताया कि बैंक के सेंट्रल सर्वर से ही यह बदलाव हुआ हैं.
पहले जिस आइडी पर पैसा लिया जा चुका है, उस आइडी से दोबारा नकद एक्सचेंज नहीं किया जा रहा है. इधर, रिजर्व बैंक की ओर से एटीएम व नकद निकासी की बढ़ी हुई सीमा आम लोगों को उपलब्ध नहीं हो सकी. सोमवार को सभी एटीएम पर पुराने नियमों के अनुसार ही राशि की निकासी की गयी. इसके कारण लोगों की परेशानी कम नहीं हुई.
सरकार ने सोमवार से एटीएम से राशि निकासी की सीमा को बढ़ाकर 25 सौ कर दिया है. एटीएम के सॉफ्टवेयर में बदलाव नहीं होने के कारण पुराने नियमों के अनुसार ही राशि निकासी की गयी. वहीं भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा में सोमवार को भी नोट की अदला -बदली का काम रुका रहा. इसके कारण सैकड़ों लोग बैंक की शाखा से वापस लौट रहे थे. यह गतिरोध अगले दो तीन दिन तक और भी जारी रह सकता है. मुख्य शाखा में नोटों की अदला बदली नहीं होने के कारण ग्राहकों की भीड़ प्रधान डाक घर के काउंटर पर उमड़ रही थी. ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए प्रधान डाक घर का मुख्य गेट बंद कर दिया गया.
स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में अब तक 40 करोड़ का वितरण : एसबीआइ मेन ब्रांच के उपप्रबंधक केके सिंह ने बताया कि अब तक एसबीआइ जिले में 40 करोड़ की नोट का अदला बदली कर चुकी है. सिर्फ 2.5 करोड़ की राशि की अदला बदली मुख्य शाखा में की गयी है. नोटों की समस्या को देखते हुए दस करोड़ की राशि यूनियन बैंक से मांगी गयी है. ग्राहकों से 11 करोड़ की राशि बचत खाता में जमा की गयी है.
मुख्य शाखा से जिलेभर के 46 बैंक व डाक घरों में राशि भेजी जाती है. इसलिए नोटों की अदला बदली का काम रोका गया है. सिर्फ खाता में जमा लिए जा रहे हैं.
एटीएम के जिंस में किया गया बदलाव : एसबीआइ ने अपने शहरी क्षेत्र के सभी 13 एटीएम के जिंस में बदलाव कर दिया है. पांच सौ व हजार के जिंस की जगह सौ रुपये के जिंस लगाये गये हैं. उप प्रबंधक ने बताया कि पहले जहां एक एटीएम में दो लाख तक की राशि ही जमा हो पा रही थी. वह अब बढ़कर छह लाख तक हो गयी है.
खाद के कारोबार में 80 फीसदी तक गिरावट
नोटबंदी का प्रभाव खाद के कारोबार पर भी हुआ है. इफको सहित कई व्यापार मंडल किसानों से खाद के कीमत के बदले पांच सौ व हजार के नोट नहीं ले रहे है. इसकी जगह उन्होंने किसानों से चेक मांगा है. इस बाबत इफको के जिला प्रबंधक कौशिक कुमार पांडेय ने बताया कि निर्देश में इफको को खाद के बदले चेक लेने को कहा गया है.
बैंक ने भी संस्थान को खाद बेचने के एवज में पांच सौ व एक हजार के नोट नहीं लेने का निर्देश दिया है. ऐसे में जहां रोजाना 2.5 से तीन लाख तक का कारोबार होता था. वह अब गिरकर 50 हजार के आसपास रह गया है. अब जबकि गेहूं की रोपाई का समय है. ऐसे में किसान खाद की खरीदारी नहीं कर पा रहे है. इसका असर गेहूं की बोआइ पर हो रहा है.

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