समस्तीपुर : नप अध्यक्ष अर्चना देवी पर पूर्व में भी पार्षदों के द्वारा अविश्वास जताया जा चुका है. लेकिन उस वक्त उनकी कुरसी बच गयी थी. उस वक्त किंगमेकर की भूमिका में रहने वाले कुछ पार्षद भी आज विपक्षी खेमे में खड़े होकर अध्यक्ष मुश्किलों को बढ़ा रहे हैं.
बता दें कि अक्तूबर 14 में 11 पार्षदों ने नप अध्यक्ष पर अविश्वास जताते हुए प्रस्ताव लाया था. इसमें 15 नवंबर 14 को वोटिंग हुई जिसमें नप अध्यक्ष ने अपनी कुरसी बरकरार रखने में सफल रही. दिसंबर 15 में भी पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, लेकिन दो वर्ष पूरे नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था.