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सोना को लेकर आयकर अफसरों के साथ बैठक
कौशिक रंजन पटना : नोटबंदी के बाद अब ‘सोना (गोल्ड)’ भी निशाने पर है. आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार सरकार आय के अनुसार साेना रखने की सीमा तय करने पर विचार कर रही है. विभागीय सूत्रों ने बताया कि हाल में केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने राज्य के शीर्ष आयकर अधिकारियों के साथ एक विशेष […]
कौशिक रंजन
पटना : नोटबंदी के बाद अब ‘सोना (गोल्ड)’ भी निशाने पर है. आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार सरकार आय के अनुसार साेना रखने की सीमा तय करने पर विचार कर रही है. विभागीय सूत्रों ने बताया कि हाल में केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने राज्य के शीर्ष आयकर अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) की थी, जिसमें इससे संबंधित रणनीति तैयार करने को लेकर चर्चा की गयी.
इसमें इस बात पर चर्चा हुई कि किस आय वर्ग के व्यक्ति को कितना सोना रखने की सीमा तय की जाये. सालाना आय वर्ग के हिसाब से सोना रखने की सीमा तय की जा सकती है. अगर किसी व्यक्ति की कोई आय नहीं है, तो उसके लिए भी सोना रखने की कुछ मात्रा निर्धारित की जा सकती है. सोने को ब्रिक, बार (छड़) या बिस्कुट और ज्वेलरी के रूप में रखने के लिए अलग-अलग सीमाएं तय हो सकती हैं.
सूत्रों के अनसार इनकम टैक्स डिक्लरेशन की तरह लोगों को अपने पास रखे सोना का भी डिक्लरेशन देना पड़ सकता है. जिनके पास निर्धारित मात्रा से ज्यादा सोना मौजूद है, उन्हें इसे सरकार के पास जमा करना पड़ेगा. अतिरिक्त सोना सरेंडर करनेवालों को उसके बदले में बाजार दर से उचित दाम मिलेंगे. फिलहाल केंद्रीय वित्त मंत्रालय इसको लेकर रणनीति तैयार करने में जुटा है.
क्या है कारण
नोटबंदी के तुरंत बाद से देश भर से यह सूचना मिल रही थी कि ब्लैक मनी वाले अपने रुपये को सोने में बदल रहे हैं. इस गोरखधंधे में स्वर्ण व्यवसायियों ने भी काफी बड़े स्तर पर गड़बड़ी की है. इनकी जांच में आयकर विभाग जुटा हुआ है. लेकिन, इस तरह के अवैध रूप से रखे सोने को बाहर निकालने के लिए सरकार की तरफ से यह ठोस कदम उठाया जा सकता है. इसके लिए सोने पर ही सबसे पहले प्रहार करने की तैयारी चल रही है.
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