नोटबंदी. शहर के सभी पेट्रोल पंपों पर मोटे-मोटे अक्षरों में िलखी गयी हैं सूचनाएं
समस्तीपुर : शहर के लगभग सभी पेट्रोल पंपों पर एक सूचना मोटे अक्षरों में लिखा है. इसमें कहा गया है कि पांच सौ, एक हजार एवं दो हजार के नोट का खुल्ला नहीं है. यदि पांच सौ, एक हजार या दो हजार का नोट देते हैं, उतने का डीजल या पेट्रोल लेना होगा. हालांकि, पेट्रोल […]
समस्तीपुर : शहर के लगभग सभी पेट्रोल पंपों पर एक सूचना मोटे अक्षरों में लिखा है. इसमें कहा गया है कि पांच सौ, एक हजार एवं दो हजार के नोट का खुल्ला नहीं है. यदि पांच सौ, एक हजार या दो हजार का नोट देते हैं, उतने का डीजल या पेट्रोल लेना होगा. हालांकि, पेट्रोल पंपों द्वारा अब भी पांच सौ एवं एक हजार नोट सरकार के निर्देश पर लिये जा रहे हैं.
शहर के एचपीए घोष पेट्रोल पंप पर बुधवार की संध्या करीब छह बजे करीब बीस से पचीस लोग पेट्रोल लेने के लिए कतार में खड़े थे. इनमें से एक के पास पांच सौ का पुराना नोट था, जबकि बाकी सौ के नोट दे रहे थे. पेट्रोल पंप पर यह सूचना सटा हुआ था कि हमारे पास पांच सौ, एक हजार एवं दो हजार का खुल्ला नहीं है. इसलिए जितने का तेल लेना है उतनी ही राशि दें. ऐसे में मजबूरी में लोगों को उतने का तेल लेना होगा. पंप के नोजल मैन ने पूछने पर बताया कि सरकार के निर्देश के आलोक में पांच सौ एवं एक हजार के पुराने नोट लिये जा रहे हैं. यही स्थिति शहर के अन्य पेट्रोल पंपों की भी है. ग्राहकों ने भी पूछने पर बताया कि हां,
पांच सौ व एक हजार का नोट लिये जा रहे हैं. दूसरी तरफ पांच सौ एवं एक हजार के नोट को लेकर पेट्रोल एवं डीजल भरवाने की बेचैनी नोटबंदी के शुरुआती दिनों में काफी थी. काफी संख्या में लोग तेल भरवाने के लिए पुराने नोट लेकर पंप पर पहुंच रहे थे. हालांकि, पिछले एक सप्ताह से इसमें कमी आयी है. जैसे-जैसे लोगों के नोट बैंक एवं पोस्ट आॅफिस के माध्यम से बदले जा रहे हैं, उस अनुपात में पेट्रोप पंपों की भीड़ में भी कमी आती जा रही है. बैंक एवं एटीएम पर भी भीड़ में कमी आयी है. इसका असर पेट्रोल पंपों पर साफ दिखता है.