नीतीश, लालू दोनों से बिहार की जनता परेशान : नित्यानंद

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, माय नहीं, बिहारी समीकरण से बनायेंगे राज्य में पार्टी की सरकार कहा, जिसके पास कालाधन है, वही आज कर रहे नोटबंदी का विरोध समस्तीपुर : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद नित्यानंद राय ने कहा कि आंकड़ों की बाजीगरी दिखाकर भले ही नीतीश कुमार यह कहें कि बिहार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2016 4:58 AM

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, माय नहीं, बिहारी समीकरण से बनायेंगे राज्य में पार्टी की सरकार

कहा, जिसके पास कालाधन है, वही आज कर रहे नोटबंदी का विरोध
समस्तीपुर : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद नित्यानंद राय ने कहा कि आंकड़ों की बाजीगरी दिखाकर भले ही नीतीश कुमार यह कहें कि बिहार में अपराध का ग्राफ घटा है, यह कतई सच नहीं है. इस बात को बिहार की जनता बखूबी देख रही है. हत्या, लूट, अपहरण, भ्र्रष्टाचार से बिहार की जनता तबाह है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लालू प्रसाद से परेशान हैं तो, लालू प्रसाद नीतीश कुमार से परेशान हैं पर बिहार की जनता इन दोनों से परेशान है.
अफवाह फैलाकर महागंठबंधन ने विधानसभा चुनाव में वोट हासिल किया था. अफवाह दो चार दिन तक ही रहता है, सब दिन नहीं रहता. भाजपा नेता मनोज गुप्ता के आवास पर मंगलवार की संध्या संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वे बिहार में न तो माय समीकरण बनाना चाहते हैं और न ही बाप समीकरण बल्कि उनका ध्येय बिहारी समीकरण बनाना है. इसमें प्रदेश के मेहनत किसान, महिलाएं एवं नौजवान सब शामिल हैं.
चाहे वह जिस किसी भी जाति या धर्म के क्यों न हों. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश में पहली बार ऐसा हुआ कि सरकार की किसी योजना या कार्यक्रम का इतना बड़ा जनसमर्थन मिला हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का देश के तमाम लोगों का अपार समर्थन मिला है. आज वही दल या नेता नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं जिनके पास कालाधन है. चाहे वह कांग्रेस हो, राजद हो या कोई और दल. वे नोटबंदी का विरोध कर अपने कालाधन को सफेद करना चाहते हैं
पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा होने नहीं देंगे. उन्होंने गरीबों के हित में यह फैसला लिया है और देश का गरीब, नौजवान उनके साथ है. सीएम के नोटबंदी पर समर्थन किये जाने के सवाल पर कहा कि नीतीश जी एक तरफ नोटबंदी का समर्थन कर रहे हैं, जबकि दूसरी ओर उनके पार्टी के नेता शरद यादव संसद में इसका विरोध कर रहे हैं. फिर ऐसे समर्थन का क्या मतलब. शराबंदी पर मुख्यमंत्री के द्वारा दिये गये इस बयान पर कि शराबबंदी से धार्मिक भावना खत्म हुई है,
इस पर प्रतिवाद करते हुए कहा कि धार्मिक भावना से तो लोग पवित्र होते हैं. उनके मन शुद्ध होते हैं, विचार उत्तम हो जाता है. हां, शराबबंदी से धार्मिक दुर्भावना दूर हो सकती है. राज्य में शराबबंदी का भाजपा ने भी समर्थन किया है, पर उसके लिये कानून में जो व्यवस्था दी गयी है, हम उसका विरोध कर रहे हैं. मौके पर एमएलसी हरिनारायण चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष राम सुमरन सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता शशिकांत आनंद, मनोज गुप्ता, अशोक चौधरी समेत अन्य मौजूद थे.

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