स्टेशन से जबरन हटाया गया अतिक्रमण
रोसड़ा : अतिक्रमणकारियों पर रेलवे ने शिकंजा कस दिया है. पूर्व में दिये गये अल्टीमेटम की अवधि समाप्त होने के पश्चात रेलवे ने गुरुवार को रुसेराघाट रेलवे स्टेशन की जमीन को बलपूर्वक अतिक्रमण मुक्त कराया .सशस्त्र बल के सहयोग से दर्जनों अवैध दुकान व झोंपड़ी को उखाड़ फेंका गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान का नेतृत्व एडीइएन […]
रोसड़ा : अतिक्रमणकारियों पर रेलवे ने शिकंजा कस दिया है. पूर्व में दिये गये अल्टीमेटम की अवधि समाप्त होने के पश्चात रेलवे ने गुरुवार को रुसेराघाट रेलवे स्टेशन की जमीन को बलपूर्वक अतिक्रमण मुक्त कराया .सशस्त्र बल के सहयोग से दर्जनों अवैध दुकान व झोंपड़ी को उखाड़ फेंका गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान का नेतृत्व एडीइएन समस्तीपुर तरुण कुमार दास ने किया. इसमें स्थानीय प्रशासन भी शामिल थे. लगभग चार घंटे तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चला.
इस दौरान अफरातफरी का माहौल बना रहा. सैकड़ों लोगों का झुंड साथ साथ चल रहा था. अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत स्टेशन परिसर से की गयी, जो कोयला टोल ,गांधी चौक, गुमटी नंबर 17 के दोनों तरफ तक चला. सभी अवैध दुकानों व झोंपड़ियों को नेस्तानाबुत कर दिया गया. कुछ लोग पहले ही अपनी अवैध दुकान व झोंपड़ियां हटा चुके थे. पैरवी पैगाम पर अवैध कब्जा बचा लेने वाले को निराशा हाथ लगी. सख्ती के साथ अतिक्रमण हटाया गया. पूरे स्टेशन परिसर व क्षेत्र का दृश्य अतिक्रमण हटने से बदल गया. अतिक्रमण हटाओ टीम में स्थानीय थाना के थानाध्यक्ष मुनीर आलम,अंचलाधिकारी शशि भूषण प्रसाद सिंह, रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर आर के वर्मा, दीपक कुमार, संजीव कुमार, आरपीएफ उपनिरीक्षक हसनपुर नागेंद्र सिंह, हेड हवलदार चतुरानंद झा समेत दर्जनों स्पेशल फोर्स व रेलकर्मी शामिल थे. वही स्थानीय लोगों में अतिक्रमण हटाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. कुछ लोग सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ गलत.