समस्तीपुरः समाहरणालय के एनआइसी कक्ष में मुख्य सचिव व विद्युत कंपनी के सीएमडी ने संयुक्त रुप से बिजली आपूत्तर्ि व राजस्व की समीक्षा की. मुख्य सचिव एके सिन्हा ने कहा कि जब हम 24 घंटे बिजली आपूत्तर्ि कर रहे हैं तो राजस्व शत प्रतिशत क्यों नहीं प्राप्त हो रहा है. वरीय अभियंता से लेकर कनीय अभियंताओं को विशेष कार्ययोजना बनाकर शहरी क्षेत्र में अवैध रुप से बिजली उपयोग कर रहे लोगों के खिलाफ अभियान चलाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया.
सीएमडी संदीप पौंड्रिक ने सभी अभियंताओं को अपने अपने क्षेत्र में उपभोक्ताओं को विद्युत विपत्र जमा करने की तिथि से 5 दिन पहले हर हाल में पहुंचाने का निर्देश दिया. एमडी संजय कुमार अग्रवाल ने शहरी क्षेत्र के द्वारा प्राप्त राजस्व पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मात्र 64 फीसदी राजस्व प्राप्त होना इस बात का द्योतक है कि शहरी क्षेत्र में 36 फीसदी बिजली चोरी की जा रही है. इस क्रम में विद्युत अधीक्षण अभियंता अरविंद प्रसाद ने बताया कि 16 फीसदी बिजली जर्जर संरचण व्यवस्था के कारण क्षय हो जाता है. जबकि 20 फीसदी बिजली का अवैध उपयोग किया जा रहा है.
बताते चलें कि शहरी क्षेत्र को दो करोड़ की बिजली आपूत्तर्ि की गयी. जिसके एवज में कंपनी को मात्र 1 करोड़ 24 लाख 18 हजार रुपये ही प्राप्त हुआ. साथ ही ओटीएस स्कीम के तहत सूद माफी योजना का विशेष प्रचार प्रसार कर उपभोक्ताओं को सजग करते हुए राजस्व वसूली का निर्देश दिया गया. मौके पर डीएम नवीन चंद्र झा, ओएसडी सह वरीय समाहत्र्ता मनोज कुमार शाही, कार्यपालक अभियंता विन्ध्यांचल प्रसाद, एसडीओ शहरी दुर्गानंद झा, एसडीओ ग्रामीण दिवाकर लाल व अन्य विद्युत पदाधिकारी मौजूद थे.