समस्तीपुर : नगर परिषद के निवर्तमान मुख्य पार्षद अर्चना देवी ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर अपने विरोधी पार्षदों पर जमकर निशान साधते हुए कहा कि टेंडर प्रक्रिया में बाधक बनी तो कुछेक पार्षदों ने गंदी राजनीति करते हुए अविश्वास प्रस्ताव लगाते हुए इओ पर दबाव बनाकर विशेष बैठक की तिथि तय करवा ली. मेरे ऊपर अविश्वास प्रस्ताव नगरपालिका एक्ट के विरुद्ध लगाया गया है. इसके खिलाफ मै हाइकोर्ट गयी हूं. उन्होंने कहा कि सभी वार्डों में समान रूप से विकास हुआ है.
अनियमितता के मुद्दे पर कहा कि निष्पक्ष जांच को वे तैयार है.
पूर्व में भी कई अनियमितता से जुड़े मुद्दों को उठाया गया था, तो बोर्ड ने जांच समिति का गठन भी किया गया था, लेकिन पदाधिकारियों के तबादले के बाद मामला अभी भी लंबित है. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जो पार्षद अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं, वे खुद भ्रष्ट है, जिसकारण से आयोग में सदस्यता समाप्ति की कार्रवाई उनपर चल रही है.
निवर्तमान मुख्य पार्षद ने अपने विरोधियों का पोल एक-एक कर खोलते हुए कहा कि पूर्व मुख्य पार्षद बिंदु देवी व उनके पति के कार्यकलापों की जांच करायी जाये, तो गुदरी बाजार व नप मार्केंट आवंटन में हुई धांधली का खुलासा हो जायेगा. इस क्रम में उन्होंने बताया कि पार्षद टेकनारायण महतो के रिश्तेदार टैक्स कलेक्टर के पद पर थे, उनपर नप के राशि गबन का मामला है. जब जांच की प्रक्रिया शुरू करवायी, तो मैं दुश्मन बन गयी. उन्होंने उपमुख्य पार्षद पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि अपने विवाह भवन में दैनिक मजदूरों से सफाई कार्य करवा लाखों का अवैध वाउचर से भुगतान कराने के लिये दबाव बनाने लगे, जब विरोध जताया तो मुझे पद से हटाने की साजिश रची गयी. मौके पर पार्षद मनोज कुमार जायसवाल,सुनील कुमार,राकेश राज,सुजय कुमार गुड्डू,अरुण प्रकाश,सुजय कुमार, विनोद कुमार गुप्ता उपस्थित थे.