अब 26 के बजाय 29 पूछेंगे प्रश्न, गणित के पेपर पैटर्न

समस्तीपुर : वर्ष 2017 में बारहवीं की परीक्षा देने वाले गणित के छात्रों के लिये नये साल में गणित का प्रश्न पत्र बदले पैटर्न पर आयेगा़ इसमें औसत छात्रों के भी पास होने की संभावना रहेगी़ नये पैटर्न में प्रश्नों की संख्या 26 से बढ़ाकर 29 कर दी गई है़ वर्ष 2016 में गणित का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2017 5:24 AM

समस्तीपुर : वर्ष 2017 में बारहवीं की परीक्षा देने वाले गणित के छात्रों के लिये नये साल में गणित का प्रश्न पत्र बदले पैटर्न पर आयेगा़ इसमें औसत छात्रों के भी पास होने की संभावना रहेगी़ नये पैटर्न में प्रश्नों की संख्या 26 से बढ़ाकर 29 कर दी गई है़ वर्ष 2016 में गणित का प्रश्न पत्र कठिन आने के कारण लगभग बीस हजार अभिभावकों ने इसे लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी़ आनलाइन अभियान चलाकर अभिभावकों ने प्रश्न पत्र का पैटर्न बदले जाने को लेकर याचिका दायर की थी, जिस पर हजारों अभिभावकों के हस्ताक्षर थे़

अभिभावकों का कहना था कि अधिकांश प्रश्न एनसीईआरटी के बजाय अन्य पुस्तकों पर आधारित थे़ जिन बच्चों ने एनसीईआरटी के साथ अन्य किताबों का सहारा लिया था उन्होंने आसानी से प्रश्नों को हल कर लिया, बाकी विद्यार्थी कई सवाल हल नहीं कर पाये़ यह मामला संसद में भी गूंजा था़ यह मुहिम असर लायी़ सीबीएसई ने वर्ष 2017 के लिए नया पैटर्न तैयार कर लिया है़ हालांकि यह घोषणा बीच सत्र में की गई है और काफी स्कूलों में बोर्ड परीक्षा की तैयारी पुराने पैटर्न पर कराई जा रही है़
सीपीएस के निदेषक मो़ आरिफ ने बताया कि पिछले वर्ष मूल्यांकन और हाई अडर्र थिंकिंग स्किल (एचओटीएस) से संबंधित पंद्रह फीसद प्रश्न थे, जबकि नये प्रश्न पत्र में यह हिस्सा दस फीसद होगा़ अंडरस्टेंडिंग पर आधारित प्रश्नों की संख्या बढ़ाकर 35 फीसद कर दी गई है़ जबकि पिछले साल ये 22 फीसद थे़
एप्लीकेशन पर आधारित प्रश्न 25 फीसद होंगे़ नई व्यवस्था में आसान प्रश्न बीस फीसद, औसत प्रश्न 60 फीसद और कठिन प्रश्न बीस फीसद पूछे जाएंगे़ वही चार नंबर और छह नंबर के प्रश्नों में 30 फीसद इंटरनल च्वाइस दी जायेगी़ पुराने पैटर्न में कुल प्रश्नों की संख्या 26 रहती थी वहीं इस बार कुल 29 प्रश्न होंगे़ इनमें एक नंबर के चार, दो नंबर के आठ, चार नंबर के 11 और छह नंबर के छह सवाल पूछे जाएंगे़ वर्ष 2016 में दो नंबर का एक भी प्रश्न नहीं था़ इन प्रश्नों से उन छात्रों का स्कोर बेहतर हो सकता है जो चार और छह नंबर के प्रश्न हल करने में कठिनाई महसूस करते हैं़
औसत प्रश्न 60 व कठिन प्रश्न बीस फीसद पूछे जायेंगे

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