रेल हादसा टला साजिश. रेलवे ट्रैक का पेनरॉल निकाला

सीनियर डीइएन संजय कुमार ने मौके पर पहुंच कर की जांच गुमटी 40-41 के बीच 30 से अधिक स्थानों पर निकले थे पेनरॉल समस्तीपुर : समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड के जितवारपुर गांव के पास बुधवार को ग्रामीणों की सूझबूझ से भीषण रेल हादसा होते-होते बचा. इस खंड के किलोमीटर 83/9 व 84 के बीच असामाजिक तत्वों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2017 3:38 AM

सीनियर डीइएन संजय कुमार ने मौके पर पहुंच कर की जांच

गुमटी 40-41 के बीच 30 से अधिक स्थानों पर निकले थे पेनरॉल
समस्तीपुर : समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड के जितवारपुर गांव के पास बुधवार को ग्रामीणों की सूझबूझ से भीषण रेल हादसा होते-होते बचा. इस खंड के किलोमीटर 83/9 व 84 के बीच असामाजिक तत्वों ने रेलवे ट्रैक के दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पेनरॉल निकाल दिये थे. तीसरे पहर रेलवे ट्रैक के निकले हुए पेनरॉल को देख
ग्रामीणों ने घटना की सूचना रेलवे अधिकारी को दी.
घटना की सूचना पर मंडल के सीनियर डीइएन संजय कुमार इंजीनियरों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने अभियंताओं को तत्काल खुले हुए पेनरॉल को लगाने का निर्देश दिया. घटना के बारे में अभियंताओं ने आरपीएफ को भी सूचना दी. उन्होंने कहा कि इस खंड पर गिरिसिंग का कार्य चल रहा है. संभव है कि असामाजिक तत्व पत्थर मारकर पेनरॉल को बाहर निकाल दिया है. हालांकि, लगातार पेनरॉल निकला हुआ नहीं है. इससे खतरे की बात नहीं है.
गांव के लोगों का कहना था कि रेलकर्मियों ने कार्य के दौरान लापरवाही बरती है. रेलकर्मियों ने ही पेनरॉल नहीं लगाया है. घटना के संबंध में बताया कि उक्त रेलखंड के समस्तीपुर-भगवानपुर देसुआ स्टेशन के बीच स्थित जितवारपुर गांव के पास गुमटी नंबर 40-41 के बीच दोपहर गांव के लोगों ने किलोमीटर 83/9 व 84 के बीच 30 से अधिक जगहों पर रेलवे ट्रैक का पेनरॉल खुला हुआ देखा. ग्रामीणों ने तत्काल ग्रामीण व दैनिक यात्री संघ के उपाध्यक्ष मो युसुफ को मामले की जानकारी दी. ग्रामीणों ने बताया कि युसुफ के साथ गांव के लोग मौके पर पहुंचे. उस समय एक माल ट्रेन गुजर रही थी लोगों ने ट्रेन के चालक को ट्रेन रोकने का इशारा किया, लेकिन
ट्रेन के चालक ने गाड़ी मौके पर नहीं रोकी. वह रेलवे गुमटी के पास जा कर ट्रेन रोकी.
रेलवे ट्रैक पर चल रहा है गिरिसिंग का कार्य : सीनियर डीइएन संजय कुमार ने मौके पर बताया कि इस खंड पर गिरिसिंग का कार्य चल रहा है. इस कारण पत्थर मारने भर से भी पेनरॉल बाहर निकल सकता है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. ग्रामीणों का कहना था कि अगर कोई असामाजिक तत्व पेनरॉल निकालता, तो पेनरॉल को उठाकर अपने साथ ले जाता. यह रेलकर्मियों की लापरवाही है.

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