झांसा देकर साइबर अपराधियों ने उड़ाये
4 लाख 50 हजार हसनपुर (समस्तीपुर) : सिंघिया थाना क्षेत्र के बेहट निवासी अनिल कुमार यादव के हसनपुर थाने के एसबीआइ मंगलगढ शाखा से साइबर अपराधियों ने 4,49,142.46 रुपये की निकासी कर ली. इसकी सूचना मिलते ही अनिल यादव की तबियत बिगड़ गयी. परिजनों ने इलाज के लिए उनको रोसड़ा में भरती कराया है. थानेेेे […]
4 लाख 50 हजार
हसनपुर (समस्तीपुर) : सिंघिया थाना क्षेत्र के बेहट निवासी अनिल कुमार यादव के हसनपुर थाने के एसबीआइ मंगलगढ शाखा से साइबर अपराधियों ने 4,49,142.46 रुपये की निकासी कर ली. इसकी सूचना मिलते ही अनिल यादव की तबियत बिगड़ गयी. परिजनों ने इलाज के लिए उनको रोसड़ा में भरती कराया है.
थानेेेे में दिये आवेदन में अनिल यादव ने बताया कि उनका बैंक खाता एसबीआइ मंगलगढ शाखा में है. जिनका खाता संख्या 33147608734 है. अपनी लड़की की शादी के लिए उन्होंने रुपये जमा कर रखे थे. गत 20 मार्च को उनके मोबाइल 9934795579 पर 7091580214 नंबर से फोन आया. आपका एटीएम कार्ड बंद होनेवाला है. फोन करनेवाला व्यक्ति अपने आप को बैंक कर्मी बताते हुए एटीएम पर अंकित नंबर की मांग की.
उन्होंने एटीएम बंद होने की बात सुनकर हड़बड़ाहट में एटीएम पर अंकित संख्या को उसे लिखा दिया.
29 मार्च को बैंक पहुंचकर खाता को अपडेट कराया, तो वह स्तब्ध रह गये. उनके सामने अंधेरा छा गया. वह इसकी सूचना परिजनों को देते हुए बताया कि अब लड़की की शादी कैसे होगी. जिससे अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी.परिजन उन्हें इलाज के लिये रोसड़ा
झांसा देकर साइबर
ले गये, जहां उनका इलाज जारी है.थाने को दिये आवेदन में बताया गया है कि रुपये की निकासी 21 से 29 मार्च के बीच ही की गयी. उन्होंने आवेदन में यह भी बताया कि इसी बीच चेक के माध्यम से किसी से 18000 रुपए की राशि निकासी उनके द्वारा करायी गयी थी.स्थानीय बुद्धिजीवियों की मानें, तो यह कार्य साइबर अपराधियों का हो सकता है. इस बाबत थानाध्यक्ष रजनीश कुमार ने बताया कि आवेदन थाने में दिया गया. मामले की जांच करायी जा रही है. जांचोपरांत दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
पुलिस को आवेदन देकर पीड़ित
ने लगायी गुहार
फोन कर मांग लिया था एटीएम
का पिन कोड
बेटी की शादी को जमा किया था रुपये, पीिड़त की हालत बिगड़ी
पुलिस को आवेदन देकर पीड़ित
ने लगायी गुहार
फोन कर मांग लिया था एटीएम
का पिन कोड
बेटी की शादी को जमा किया था रुपये, पीिड़त की हालत बिगड़ी