मोबाइल ने ले ली तीन युवकों की जान
रोसड़ा : नयानगर रेलवे स्टेशन की पश्चमी गुमटी नंबर 9 सी एवं 10 सी के बीच तीन युवक की रेलवे ट्रैक पर हुई मौत से एक ओर जहां पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटना पर जितनी मूंह उतनी बातें की जा रही थी. कुछ लोग इसे साजिश भी […]
रोसड़ा : नयानगर रेलवे स्टेशन की पश्चमी गुमटी नंबर 9 सी एवं 10 सी के बीच तीन युवक की रेलवे ट्रैक पर हुई मौत से एक ओर जहां पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटना पर जितनी मूंह उतनी बातें की जा रही थी. कुछ लोग इसे साजिश भी बताने से नहीं चूक रहे हैं तो कुछ मोबाइल के जुनून को इस घटना का कारण मान रहे हैं.
घटना स्थल पर लोग बता रहे थे कि शुक्रवार की अहले सुबह उक्त रेल खंड पर करीब पौने पांच बजे एक माल ट्रेन गुजरी थी. शायद उसी ट्रेन से तीनों युवक कटे हैं. उधर लोगों में चर्चा थी कि तीनों युवक रात्रि में ऑटो किराया कर रोसड़ा की दरगाह स्थित उर्स मेला घूमने आये थे, परंतु वापसी में रेलवे ट्रैक के रास्ते पैदल करीब 20 किलोमीटर दूर हसनपुर जाना लोगों को पच नहीं रहा था. रिजर्व टेंपो वाले कहां गये इस तरह के सवाल उठाते हुए लोग इसे हत्या या आत्महत्या से भी घटना को जोड़कर आपस में बातें कर रहे थे. इधर नयानगर के स्टेशन अधीक्षक आरएन ठाकुर ने बताया कि उन्हें सात बजे सुबह में घटना की सूचना मिली. सूचना के बाद भी शव के ऊपर से ट्रैक पर दो ट्रेनें गुजरी है.
उन्होंने बताया कि सुबह 4.42 बजे समस्तीपुर-खगड़िया माल ट्रेन गुजरी. इसके बाद 55566 डाउन समस्तीपुर-खगड़िया पैसेंजर ट्रेन 5.45 में, खगड़िया-समस्तीपुर 55555अप पैसेंजर ट्रेन 7.35 में एवं 15283 अप जानकी एक्सप्रेस ट्रेन आठ बजे सुबह में उक्त ट्रैक से गुजरी है. इसके बाद 15284 डाउन ट्रेन से करीब नौ बजे जीआरपी पुलिस घटना पर स्थल पहुंची है. घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि तीनों युवक घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक तालाब में लोगों द्वारा मारे जा रहे मछली को देख रहे थे. इसके बाद तीनों ने अपने कान में लगे ईयर फोन के साथ रेलवे ढाला की पुलिया पर भी बैठे थे.
इसके बाद किधर गये पता नहीं. खैर घटना का कारण जो भी हो वह पुलिस अनुसंधान में ही सामने आयेगा. इधर तीनों मृतक के परिजनों पर आफतों का पहाड़ गिर पड़ा है. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. महिलाओं की चीख से तीनों के गांव में कोहराम मचा हुआ है. तीनों मृतक सब्जी बेचने का काम करते थे. घटना स्थल पर एक मृतक की चाची रेखा देवी एवं उसका मौसा पहुंचकर विलाप कर रहे थे.