समस्तीपुर : गुनाई बसही गांव में पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर हमला कर लेवी मांगने के मामले में ताजपुर पुलिस ने छापेमारी कर नक्सली मुकेश सहनी को सोमवार रात गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को उक्त सफलता गुप्त सूचना के आधार पर मिली. मुकेश की तलाश वैशाली व मुजफ्फरपुर के अलावा पटोरी व दलसिंहसराय की पुलिस भी कर रही थी.
इस नक्सली पर वैशाली व मुजफ्फरपुर जिले के विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक मामला दर्ज है. मुकेश सहनी की गिरफ्तारी की पुष्टि सदर डीएसपी मो तनवीर ने की है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार मुकेश से पूछताछ की जा रही है. गौरतलब है कि इस मामले में पूर्व में पुलिस ने नक्सली गणेशी सहनी
नक्सली मुकेश सहनी
व राजदेव सहनी को गिरफ्तार किया था. गणेशी सहनी ने भी मुकेश का नाम लिया था. यहां बता दें कि गणेशी का संबंध नक्सली गिरोह से रहा है. फलस्वरूप वह नक्सली अंदाज में घटनाओं को अंजाम देता है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि रात ताजपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नक्सली मुकेश बंगरा थाना क्षेत्र स्थित ससुराल से गुनाई बसही की ओर आ रहा है. सूचना पर ताजपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने छापेमारी कर उसे दबोच लिया.
मुकेश के पास हथियार आदि नहीं मिला है.सूत्रों ने बताया कि मार्च माह में पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर हमला कर बम विस्फाेट करने व नक्सली परचा फेंकने के मामले में मुकेश,सहयोगी गणेशी व अन्य लोगों के साथ था.
पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर हमला कर मांगी थी पांच प्रतिशत लेवी
गौरतलब है कि गत मार्च माह में मुकेश ने गणेशी, राजदेव आदि दर्जन भर लोगों के साथ गुनाई बसही गांव में नून नदी पर पुल बना रहे पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर हमला बोल दिया था. नक्सलियों ने दहशत फैलाने के लिए बेस कैंप पर कई बम विस्फोट भी किये. जाते वक्त नक्सलियों ने लेवी से संबंधित परचा भी फेंका था.हालांकि नक्सली संगठन के लोगों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नक्सली संगठन की कार्रवाई से इनकार किया था.
ताजपुर थाने के गुनाई बसही गांव से गुप्त सूचना पर पुलिस ने पकड़ा
पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर बम विस्फोट कर लेवी मांगने का है आरोप
मुजफ्फरपुर व वैशाली जिलों के कई थानों में मुकेश पर दर्ज है छह से अधिक मामला
लंबे समय से पटोरी व दलसिंहसराय पुलिस को भी थी मुकेश की तलाश
बेस कैंप पर हमले के दूसरे दिन विधायक से मांगी थी एक करोड़ की रंगदारी. यहां बता दें कि पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर हमला के दूसरे दिन मोरवा के विधायक विद्यासागर निषाद से मोबाइल पर एसएमएस के जरिये अपराधियों ने एक करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की थी.दोनों घटना को पुलिस एक साथ जोड़ कर देख रही थी. हालांकि जांच के दौरान दोनों मामले अलग-अलग पाये गये.