मुखिया व पार्षद की अचल संपत्ति होगी कुर्क

-30 सितंबर 2013 को हुई थी स्वास्थ्य कर्मी की हत्या -हत्याकांड मामले में दो पार्षद व मुखिया सहित कई नामजद समस्तीपुरः मुसरीघरारी थाना के चर्चित स्वास्थ्य कर्मी संजय झा हत्याकांड में फरार चल रहे दो आरोपी के विरुद्ध अचल संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया पुलिस ने शुरु कर दी है. इससे पूर्व फरार आरोपी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2014 1:28 AM

-30 सितंबर 2013 को हुई थी स्वास्थ्य कर्मी की हत्या

-हत्याकांड मामले में दो पार्षद व मुखिया सहित कई नामजद

समस्तीपुरः मुसरीघरारी थाना के चर्चित स्वास्थ्य कर्मी संजय झा हत्याकांड में फरार चल रहे दो आरोपी के विरुद्ध अचल संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया पुलिस ने शुरु कर दी है. इससे पूर्व फरार आरोपी के विरुद्ध घर की कुर्की जब्ती की कार्रवाई पुलिस कर चुकी है. इस मामले में पुलिस ने जिला पार्षद रंजीत राय एवं बेझाडीह के मुखिया विजय राय के विरुद्ध अचल संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई के तहत संबंधित अंचलाधिकारी को आवेदन दिया है.

सीओ के आदेश के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. इस संबंध में मुसरीघरारी के थानाध्यक्ष शैलेश कुमार झा ने बताया कि अचल संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई चल रही है. वरीय अधिकारियों के आदेश के बाद अचल संपत्ति की कार्रवाई की जाएगी. जिला पार्षद रंजीत राय एवं मुफस्सिल थाना के बेझाडीह पंचायत के मुखिया विजय राय फरार चल रहे हैं. इन दोनों के विरुद्ध पूर्व में कुर्की जब्ती की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है. इसके बाद भी दोनों आरोपी ने आत्मसमर्पण नहीं किया है. आत्समर्पण नहीं करने एवं फरार रहने की स्थिति में अचल संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई के विरुद्ध प्रक्रिया शुरु कर दी गयी है.

सरायरंजन प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत हरपुर एलौथ निवासी संजय कुमार झा को अपराधियों ने 30 सितंबर 2013 को दिन दहाड़े गोली मार हत्या कर दी थी. अपराधियों ने घटना को उस समय अंजाम दिया, जब संजय झा अपने घर से ड्यूटी करने के लिए सरायरंजन अस्पताल जा रहे थे. इसी दौरान अपराधियों ने रास्ते में ही गोली मार उसकी हत्या कर दी. इस मामले में जिला पार्षद अवधेश कुमार उर्फ टिंकू यादव व रंजीत राय, बेझाडीह मुखिया विजय राय सहित अन्य को आरोपित किया था. पुलिस ने घटना की दो दिन के अंदर ही अवेधश कुमार को कलेक्ट्रेट परिसर से गिरफ्तार कर लिया. जबकि अन्य आरोपी ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. लेकिन रंजीत राय व विजय राय आजतक फरार चल रहे हैं.

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